मथुरा/वृंदावन। बुधवार को नगर मजिस्ट्रेट ने टूरिस्ट फेसिलिटी सेंटर में मथुरा-वृंदावन के प्रमुख मंदिरों के सेवायत, प्रबंधक आदि मौजूद रहे। इसमें अधिकांशत मंदिर संचालकों ने इतनी जल्दी आम जनता के लिए दर्शन खोले जाने पर असहमति जताई। हालांकि ज्यादातर मंदिर परिसर के अंदर की व्यवस्थाओं को लेकर आश्वस्त है, लेकिन मंदिर के बाहर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के मुद्दे पर सबने अपना पल्ला झाड़ते हुए जिला प्रशासन के पाले में गेंद डाल दी।
श्रीद्वारकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश चतुर्वेदी एडवोकेट ने कहा कि मंदिर परिसर के आसपास का क्षेत्र काफी संकरा होने के कारण अपनी असहमति जताई। बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत एवं प्रबंधक भी अभी मंदिर खोले जाने के पक्ष में दिखाई नहीं दिए। श्री रंग मंदिर की सीईओ अनघा श्रीनिवासन ने कहा कि मंदिर में आने वाली भीड़ को देखते हुए ही प्रबंधन अगला निर्णय लेगा।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने मंदिर खोले जाने पर सहमति तो जताई, लेकिन बिना प्रशासन के सहयोग के वह कोई भी निर्णय लेने को तैयार दिखाई नहीं दिए। बैठक में आॅनलाइन आवेदन, दर्शनार्थियों की संख्या सीमित रखने, भीड़ को नियंत्रित, सामाजिक दूरी का पालन करने के बिंदुओं पर चर्चा की गई। सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सभी मंदिर संचालकों से सुझाव मांगे गए हैं, जो कि डीएम के समक्ष रखे जाएंगे। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।