मथुरा। जमुनापार स्थित नगर निगम का कूड़ा निस्तारण प्लांट का एक कंपनी द्वारा संचालन किया जा रहा था। करीब दो माह पूर्व कंपनी ने काम बंद कर दिया। इस कार्य की जिम्मेदारी निगम ने ही ले ली थी। निगम द्वारा आवश्यकता के अनुसार यहां पर चालक तथा अन्य स्टाफ के लिए बैकलाॅग के सफाईकर्मियों से काम लेना प्रारंभ कर दिया लेकिन कूड़ा निस्तारण के लिए सफाईकर्मियों की आवश्यकता थी। निगम द्वारा शुरुआत में करीब 42 सफाईकर्मियों को लिया जाना था।
इन सफाईकर्मियों के लिए निगम में घमासान मचा हुआ था। जनप्रतिनिधियों ने इसी मामले को लेकर भर्ती में प्रमुख भूमिका निभा रहे सफाई के लिए जिम्मेदार अधिकारी की भी धुनाई कर डाली थी।
नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ ने उक्त अधिकारी से यह जिम्मेदारी हटा दी है। उन्होंने बताया कि सफाईकर्मचारी बनने वाले लोग भ्रम में ना रहें। अभी तक कोई सूची तैयार नहीं की गई है। हम भर्ती के लिए सफाईकर्मचारियों के नाम डूडा के माध्यम से ही लेंगे। नगर आयुक्त ने बताया कि वह स्वयं जांच करेंगे कि भर्ती होने वाले सभी निर्बल आय वर्ग के ही हों। यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की दलाली में संलिप्त पाया गया और पर्याप्त साक्ष्य मिले तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।