मथुरा। खजानी वूमेंस इंस्टिट्यूट द्वारा करोना महामारी के प्रकोप से समस्त मथुरा वासियों को बचाने के लिए विभिन्न कार्य निरंतर किए जा रहे हैं जिसके तहत शनिवार को सभी अध्यापिकाओ ने परस्पर सहयोग से धनराशि को एकत्रित की और सड़क के किनारे खड़े होकर सूती कपड़े के बने मास्क का वितरण किया ।
इस भयंकर गर्मी में लोगों को राहत देने के लिए इस प्रकार के मास्क बनाए जाएं जिन्हें प्रयोग करने में बिल्कुल भी परेशानी ना हो साथ ही सर्जिकल मास्क से होने वाले कूड़े से भी अपने बृज को बचाया जा सके। नए बस स्टैंड पर परिवहन अधिकारियों, रोडवेज कर्मियों और आने जाने वाले यात्रियों को यह मास्क वितरित किए गए। पुलिस ,ट्रैफिक पुलिस और पत्रकार जो इस कॅरोना काल में भी अपने घर से बाहर निकल के समाज सेवा में लगे हुए उनको फेस शिल्ड का भी वितरण किया गया। ताकि वह सुरक्षित रहें और मथुरा और भारत को करोना मुक्त करने में अपना सक्रिय योगदान देते रहें ।
इस वितरण कार्यक्रम का उदघाटन श्री ए के सिंह, ट्रैफिक इंस्पेक्टर द्वारा किया गया। सेंटर डायरेक्टर शिप्रा राठी ने बताया कि सभी अध्यापिका ने धनराशि को एकत्रित किया और उससे जेल में रहने वाले महिला कैदियों के लिए उनकी स्वास्थ्य व सुरक्षा से संबंधित वस्तुओं को वितरित किया जाएगा साथ ही कपड़े के सूती मास्को का वितरण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह सभी वितरण कार्य के लिए जो मास्क तैयार किए जा रहे हैं वह भी खुद खजानी की ही छात्राओं द्वारा स्थापित किए गए सहायता समूह की मदद से बनाए जा रहे हैं। उन सभी छात्राओं को मास्क बनाने का विधिवत प्रशिक्षण दिया गया था तथा उनसे अब जो मास्क तैयार हो रहे हैं उन्हीं को अलग-अलग क्षेत्रों में वितरित किया जा रहा है इससे ना केवल छात्रों को रोजगार मिला वरन मथुरा वासियों को भी सूती मास्क पहनने की सुविधा मिल रही है और सबसे बड़ी बात है कि हम अपने क्षेत्र को डिस्पोजेबल मास्क से होने वाले प्रदूषण से भी बचा पा रहे हैं।
यह प्रयास लगातार तीन महीनों से चल रहे हैं जिसमें मास्क वितरण किया गया उसके बाद राशन सामिग्री का वितरण किया ,जागरूकता कार्यक्रम चलाये गये और अब यह सहायता समूह की स्थापना भी की गई जिससे वह आज आर्थिक तंगी के दौर में अपने परिवारों को का सहारा बन रही है और आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ा रही है। वितरण कार्य शिप्रा राठी, शोभित माहेश्वरी व दीपक शर्मा द्वारा किया गया कार्यक्रम में आयुषी महरोत्रा, रूपा शर्मा, रेनु डे, नेहा सिंह ,सुजाता मोहोर ,मोहिनी भाटिया , हर्षिता, सुहानी जैन ,मोनिका ,बबली , राधा व अंजू सिंह आदि का विशेष योगदान रहा।