रिपोर्ट – गोविन्द भारद्वाज/सुनील सिंह
यमुना एक्सप्रेस वे पर शिकोहाबाद के लिए जा रही बस में बैठी युवती को कंडक्टर ने कोरोना संदिग्ध मानकर नीचे उतार दिया। जिसके थोड़ी देर बाद युवती की मौत हो गई। दरअसल 18 वर्षीय अंशिका अपनी मां के साथ दिल्ली से शिकोहाबाद के लिए जा रही थी तभी अचानक बस में उसकी तबीयत खराब हो गई, ड्राइवर कंडक्टर ने उसको कोरोना संदिग्ध मानकर मांट टोल के समीप उतार दिया थोडी देर बाद उसने दम तोड दिया। दरअसल कोरोना संक्रमण के दौर में कोरोना भय इस कदर है कि लोग मानवता को भी नजरअंदाज कर रहे हैं शिकोहाबाद के लिए बस में जा रही युवती की बस में तबीयत खराब हो जाती है लेकिन कंडक्टर और ड्राइवर उसको स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की बजाए बीच रास्ते में उतार देते हैं देते हैं यानी कि कोरोना संक्रमण के दौर में मानवीय संवेदनाएं मरती जा रही हैं। अंशिका की मौत के संबंध में उसके भाई ने जानकारी देते हुए बताया अंशिका की अचानक तबीयत खराब हो गई और उसे बीच रास्ते में उतार दिया गया जिसके बाद उसकी मौत हो गई