पूर्व में यमुना भक्तों द्वारा तथा समाज सेवी संस्थान द्वारा अपने निजी संसाधनों के माध्यम से यमुना को साफ करने का प्रयास किया गया लेकिन बीच में मथुरा वृंदावन नगर निगम भी सफाई के लिए कूद गया और सिल्ट हटवाना शुरू कर दिया,, यमुना किनारे आधा किलो मीटर से अधिक घाटों पर बड़ी मात्रा में सिल्ट पड़ी हुई है जिसको लेकर के यमुना भक्त और नगर निगम के अधिकारी आमने-सामने हैं।।
यमुना किनारे सिल्ट पड़े होने के चलते यमुना भक्तों में काफी आक्रोश देखने को मिला यमुना भक्तों कहना था कि जब सिल्ट यमुना किनारे से निकाली जा रही है तो यमुना से थोड़ी दूरी पर ही आखिर क्यों फेंकी जा रही है,, इस प्रकार से यमुना सफाई का क्या लाभ मिलने वाला है इस बात को लेकर के यमुना भक्त मुकेश चतुर्वेदी और निगम के अधिकारियों में जोरदार बहस देखने को मिली
मथुरा वृंदावन नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा जिस प्रकार से सिल्ट निकाली जा रही है और दूसरी तरफ फेंकी जा रही है उससे साफ तौर पर पता चलता है कि कार्यप्रणाली को लेकर के कोई खाका तैयार नहीं किया गया है केवल हवा हवाई यमुना को साफ किया जा रहा है ऐसे मैं मानसून आने के चलते कभी भी यमुना में दुबारा गंदगी जा सकती है।