रिपोर्ट – अरुण यादव
वृंदावन। वैश्विक महामारी कोरोना का असर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा यात्रा पर भी पड़ा है। जिसके चलते मथुरा-वृंदावन में भी इस वर्ष रथयात्रा केवल मंदिर परिसर में ही निकाली जाएगी, 284 वर्ष में यह पहला अवसर होगा जिससे आम श्रद्धालु अपने आराध्य देव की रथयात्रा के दर्शन नहीं कर पाएंगे।
जगन्नाथ मंदिर के महंत ज्ञान प्रकाश पुरी महाराज ने बताया कि करीब 284 वर्ष के बाद पहली बार ऐसा होगा कि भगवान जगन्नाथ रथ पर तो आरूढ़ होंगे लेकिन नगर भ्रमण नहीं करेंगे। 17 दिन क्वारंटाइन होने के बाद भगवान जगन्नाथ मंदिर के पट 23 जून को प्रात करीब 10 बजे खुलेंगे, इसके बाद पंचामृत फल आदि से ठाकुरजी का अभिषेक और श्रृंगार आरती की जाएगी। शाम 4 बजे भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के श्री विग्रह मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकालकर रथ में विराजमान कराए जाएंगे और मंदिर परिसर में ही रथयात्रा निकालकर प्राचीन परंपरा का निर्माण किया जाएगा। इस मौके पर मंदिर के सेवायत एवं भक्त ही इस रथ रथयात्रा में शामिल हो सकेंगे।