अद्भुत योगदान मथुरा नगर को जल सेवायेंः-नवल नलकूप
मथुरा। सन 1994 से निरंतर मथुरा नगर की अधिकांश आबादी को अपनी जल सेवाएं देता हुआ यह नवल नलकूप ना सिर्फ अद्भुत है बल्कि तीव्र इच्छा शक्ति को दर्शाता है।
26 साल से लगातार समाज सेवा दे रहे इस नलकूप का निर्माण सन् 1994 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय लाला श्री नवल किशोर गुप्ता ने अपनी देह त्याग से कुछ माह पूर्व ही अपने निवास पर कराया था। इसी स्थान पर लाला जी अपना व्यवसाय भी किया करते थे, उस समय इस स्थान को बंगाली घाट क्षेत्र के नाम से जाना जाता था, अब यह क्षेत्र लाला नवल किशोर मार्ग के नाम से बोला जाता है।
यह नलकूप प्रतिदिन प्रातः 4-5 बजे से अर्द्धरात्रि तक मथुरा नगर को मीठे पानी की निःशुल्क सेवाएं देता है। लाला नवल किशोर नलकूप का मीठा पानी अनुमानित आधे मथुरा शहर को जल सेवाएं दे रहा है।
लाला नवल किशोर नलकूप गरीब मजदूरों की जीविका का साधन भी है, सैंकड़ो मजदूर यहां से घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पानी सप्लाई कर अपनी आजीविका चला रहे हैं।
सुबह से लेकर रात्रि तक रिक्शे, साइकिल, स्कूटर, मोटरसाइकिल तथा अन्य वाहनों द्वारा पानी की सप्लाई होती देखी जाती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस नलकूप के पानी स्रोत दुर्लभ हैं, जो कि यह पानी पेट संबंधी रोग दूर करता हैं। यह पानी हल्का और मीठा है तथा संकलन करके काफी समय तक रखा जा सकता है।
नगर पालिका मथुरा जो कि अब नगर निगम मथुरा-वृन्दावन है, द्वारा दी जाने वाली जल सेवायें विभिन्न कारणों से जब भी बाधित होती है तब लाला नवल किशोर नलकूप मथुरा नगर को अपनी अद्वितीय जल सेवाएं देता है। स्व. लाला जी का परिवार विद्युत आपूर्ति भंग होने पर जनरेटर से नलकूप चला कर सेवाएं सुचारू रखता है। इस नलकूप की स्थापना के बाद पानी की समस्या को लेकर शहर में होने वाले स्थानीय लोगों के रास्ता जाम कर धरना-प्रदर्शन करना लगभग समाप्त हो गया।
इस नलकूप की सेवाओं को देखते हुए पूर्व जिलाधिकारी मथुरा श्री केपी सिंह ने कहा था कि शायद लालाजी को पूर्वाभास था कि यह नलकूप मथुरा नगर की जरूरत साबित होगा। इसलिए उन्होंने यह नलकूप लगवाया। प्रारंभ मे इस नलकूप पर एक बोरिंग थी, परन्तु वर्तमान मे यह नलकूप तीन जनरेटरों सहित तीन बोरिंग द्वारा संचालित हैं। नलकूप पर एक इंच मोटे पाइप के पाँच कनेक्शन सीधे बोरिंग से वाटर सप्लाई करते है। वहीं एक पानी की टंकी राहगीरों के लिए अलग से उपलब्ध हैं तथा एक पानी की टंकी पशु पक्षियों के लिए भी बनी हुई है जिसकी प्रतिदिन सफाई होती है। शादी-समारोह तथा अन्य जरूरत के समय यहां से बड़े-बड़े टैंकरों द्वारा पानी सप्लाई होते देखा जा सकता है। इस नलकूप का इतिहास दैविक आपदा के वक्त फायर बिग्रेड की गाड़ियों के लिए मदद का भी रहा है।
23 जनवरी 1919 को जन्मे लाला नवल किशोर गुप्ता महावर वैश्य समाज से जुड़े हुए गृहस्थ संत थे। वह शांत एवं सौम्य स्वभाव के अत्यंत ईमानदार देशभक्त थे। गोविंदगंज, मथुरा में उनकी पैत्रिक आढ़त थी। आजादी से पूर्व शहर के कई स्थानों पर हुए बम कांड के मामले में उन्होंने अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध तथा देशभक्तों के पक्ष में गवाही दी थी। इस पर क्रुद्ध होकर ब्रिटिश हुकूमत ने उनकी आढ़त के सभी 14 लाइसेंस निरस्त कर उन्हें रोजगार हीन कर दिया। परंतु लालाजी ने हार नहीं मानी। वह अंग्रेज सरकार द्वारा जेल में बंद कर दिए गए देशभक्तों के परिवारों को आर्थिक सहायता पहुँचाया करते थे। अपने परिचितों व देशभक्ति रखने वाले धनाढ्य लोगों से चंदा एकत्र कर ऐसे परिवारों को रसद भी पहुंचाते थे।
लालाजी की माँ श्रीमती बुद्धो देवी गली पीरपंच स्थित अपने मकान में चरखे से सूत कात कर कपड़ा बुनती थी। उस खादी के कपड़े तथा देशभक्ति से ओतप्रोत साहित्य को लेकर लालाजी गांव-गांव जाते तथा खादी का प्रचार करते थे और देशभक्ति से ओतप्रोत साहित्य को बांटकर लोगों में देशभक्ति के लिए उत्साह भरते थे। आर्थिक स्थिति खराब होने पर उन्होंने शहर के कुछ हिस्सों में मौजूद अपनी जमीन जायदादों को बेच दिया। पिता श्री पुरुषोत्तम दास का निधन उनकी छोटी सी उम्र में हो गया था जब वह मात्र 3 वर्ष के थे। माँ बुद्धो देवी तथा ताऊ श्री दामोदर दास ने उन्हें पाला। उनकी एक बड़ी बहन पार्वती देवी थी।
अत्यंत शांत स्वभाव के लालाजी ने हमेशा सत्य के रास्ते पर चलकर इमानदारी से अपना जीवन व्यतीत किया। उन्होंने अपने आत्म सम्मान व स्वाभिमान को हमेशा बनाये रखा। वह सादा जीवन उच्च विचार वाले व्यक्तित्व के धनी थे। 7 जुलाई 1994 को उनका निधन हो गया। तत्कालीन राज्यपाल श्री मोतीलाल वोरा एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह ने लाला जी के निवास पर पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
नगर पालिका मथुरा, जिला प्रशासन एवं शासन ने देश भक्त और समाज सेवी स्व. लाला श्री नवल किशोर गुप्ता को हमेशा याद रखने हेतु लाला जी के निवास वाली सड़क का नाम लाला नवल किशोर मार्ग व पुलिस चैकी बंगाली घाट का नाम स्व. लाला श्री नवल किशोर पुलिस चैकी रखा गया।
देश और समाज को दिए गए अपने अद्वितीय योगदान के लिए स्व. लाला श्री नवल किशोर गुप्ता को मथुरा नगर के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। ऐसे सद्पुरुष को शत-शत नमन।