मथुरा। भक्त मंडल द्वारा माधवपुरी काॅलोनी में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया गया। व्यास गद्दी से आचार्य भगवत स्वरूप महाराज ने भक्तों को प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। द्वापर में कंस के आंतक, जेल में बंद देवकी के आठवें पुत्र के रूप में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म, वासुदेव का यमुना पार कर नंद बाबा के घर तक उन्हें पहुंचाने की कथा का मार्मिक वर्णन श्रद्धालुओं को आनंदित कर गया। इस बीच संगीत की स्वर लहरियों पर भजनों ने पंडाल को आनंद से सराबोर कर दिया। भावुक भक्तगण सुध बुध खोकर नाचने लगे।
इससे पूर्व श्रीमद भागवत का विधि विधान से पूजन किया गया। व्यास गद्दी पर विराजमान कथावाचक आचार्य भगवत स्वरूप ने इस कथा का महात्तम बताया। कलियुग में श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से ही सभी पापों का नाश हो जाता है और मनुष्य वैकुंठ में स्थान पाता है। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर नंदबाबा और माता यशोदा के घर उत्सव मनाया गया। इस दौरान गांव की सखियां माता यशोदा के घर बधाई लेने पहुंची। यहां बधाई गायन हुआ, कान्हा जन्म सुन आई, यशोदा मइया ले लो बधाई, यशोदा जायौ ललना मैं वेदन में सुन आई, गीतों पर महिलाएं थिरकने लगीं। नंदबाबा के स्वरूप ने खुशी में खेल खिलौने लुटाए। गुरूवार को श्रीगिरिराज पूजन की लीला का वर्णन होगा।