बरसाना की लठामार होली देखने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 4 मार्च को आएंगे। सीएम नन्दगांव से आयी ध्वजा का पूजन भी करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए संस्कृति विभाग से लेकर पर्यटक विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार विगत वर्षों की अपेक्षा बेहतर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनरायण, ब्रज तीर्थ विकास ट्रस्ट के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, पर्यटन निदेशक एनजी रविकुमार, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के सीईओ नागेन्द्र प्रताप के साथ दर्जनों विभागों के अधिकारियों के साथ बरसाना स्थित रंगीली महल में ग्रामीणों के साथ मीटिंग ली गई। जिसमें सभी विभागों को 25 फरवरी तक होली मेला की तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ ने अयोध्या की रामनवमी और बरसाना की लठामार होली भव्य मनाने के साथ विश्व पटल पर पर्यटक के रूप में पहचान दिलाने और उन स्थानों को तीर्थ स्थल का दर्जा देने के बाद राजकीय मेला घोषित कर दिया था। उसके बाद सरकार ने बरसाना नन्दगांव की लठामार होली के लिए देशी विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए तमाम तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए।
सांस्कृतिक कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि इस बार की बरसाना की लठामार होली में मुख्यमंत्री बरसाना आएंगे। सांस्कृतिक विभाग की तरफ से आयोजित होने वाले होली के प्रोग्राम इस बार पहले की अपेक्षा बेहतर किए जाएंगे। विधायक निधि से बरसाना कस्बे में स्थाई रूप से 50 सीसी कैमरे नगर के विभिन्न चौराहों व तिराहों पर लगाए जाएंगे।
कागजों से जर्जर इमारतों के खतरे को रोकेगा प्रशासन
बरसाना। रंगीली गली चैक जो वीआइपी अमला स्थल भी है, इस चौक के चारों ओर जर्जर इमारतों का जाल है। ये जर्जर इमारत कही होली के रंग में भंग न डाल दे। प्रशासन हर बार मेला मीटिंगों में इन भवनों को लेकर महज नोटिस देने की कार्यवाही कर अपने कर्तव्यों की इतीश्री कर लेता है। ये इमारतें सौ से डेढ़ सौ बर्ष पुरानी है जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। उपजिलाधिकारी गोवर्धन राहुल यादव ने इस सवाल पर बस इतना कहा कि इस बार जर्जर इमारतों पर किसी को बैठने नहीं दिया जाएगा। सभी जर्जर इमारतों को चिन्हित किया जा रहा है। वहीं होली के दौरान सभी जर्जर इमारतों में ताला लगवा दिया जाएगा।