मथुरा। गोकुल के निकट रमणरेती में भगवान श्रीकृष्ण यमुना की रेती में लोट-पोट (रमणते) होते थे। रमण बिहारी के मनमोहक दर्शनों के साथ ही गुरू शरणानंद के आश्रम की आभा प्राचीन ब्रज की अनुभूति कराती है। इस आश्रम में गुरुवार को होली उत्सव मनाया गया।
ब्रज की प्राचीन संस्कृति का जीवंत रूप यहां देखने को मिलता है। शुद्ध टेसू के फूल, अबीर गुलाल की मार ने श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया। फूलों की होली देखने को श्रद्धालु देश,विदेश से पहुंचे। इस उत्सव में शामिल होनेे के लिए देश के प्रख्यात संत, कथावाचक और देश विदेश से श्रद्धालु पहुंचे।
रमणरेती में होली का उल्लास, संतों ने राधा कृष्ण के साथ खेली होली
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