मथुरा। मंगलवार को के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर में प्लाज्मा थैरेपी का शुभारम्भ एस.डी.एम. सदर, मथुरा क्रांति शेखर सिंह ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने अपना प्लाज्मा डोनेट करते हुए कहा कि अगर मेरा प्लाज्मा चढ़ाए जाने से कोविड-19 के किसी भी मरीज की जान बच सकती है तो मानवता के नाते मैं खुद को धन्य समझूंगा।
ब्रज मण्डल में चिकित्सा क्षेत्र में हर किसी की पहली पसंद के.डी. मेडिकल कालेज-हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर कोरोना संक्रमण के खिलाफ लगातार अपनी सुविधाओं में इजाफा कर रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को यहां प्लाज्मा थैरेपी का शुभारम्भ एस.डी.एम. सदर, मथुरा क्रांति शेखर सिंह के करकमलों से किया गया। इस अवसर पर चेयरमैन मनोज अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेन्द्र कुमार, प्लाज्मा थैरेपी की विभागाध्यक्ष डा. अंजली माथुर, अरुण अग्रवाल, डा. मयंक माथुर, ब्लड बैंक के प्रमुख एच.एस. शेखावत आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर डा. अंजली माथुर ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में प्लाज्मा थैरेपी एक उम्मीद की किरण के रूप में सामने आई है। प्लाज्मा हमारे खून का पीला तरल हिस्सा होता है, जिसके जरिए सेल्स और प्रोटीन शरीर की विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचते हैं। इंसान के शरीर में मौजूद खून का लगभग 55 प्रतिशत हिस्सा प्लाज्मा का ही होता है।
डा. माथुर ने बताया कि जब कोई व्यक्ति किसी बीमारी से ठीक हुआ रहता है और अपना प्लाज्मा डोनेट करता है, तो इससे डोनेट करने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता और न ही किसी प्रकार की कोई कमजोरी होती है। इसमें जो लोग अपना प्लाज्मा डोनेट करते हैं, उनके प्लाज्मा को दूसरे मरीजों से ट्रांसफ्यूजन के माध्यम इंजेक्ट करके इलाज किया जाता है।
एस.डी.एम. सदर क्रांति शेखर सिंह ने अपना प्लाज्मा डोनेट किया। उन्होंने कोरोना संक्रमितों के उपचार में के.डी. हास्पिटल में उपलब्ध सुविधाओं के साथ डॉक्टर्स, नर्सेज तथा पैरामेडिकल स्टाफ की सराहना की। इस अवसर पर अरुण अग्रवाल, डा. मयंक माथुर, डा. सीमा चौहान, डा. राहुल गोयल, डा. प्रणीता सिंह, डा. देवेश शर्मा, अमित शर्मा, प्रियाकांत यादव, दीपक शर्मा आदि उपस्थित थे।
के.डी. हास्पिटल में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत, एसडीएम सदर ने डोनेट किया प्लाज्मा
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