गलत तरीके से स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के कनेक्शन कटने के मामले में योगी सरकार ने कार्रवाई की है. मामले में कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. दरअसल, जन्माष्टमी के दिन उत्तर प्रदेश के तीन लाख से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गई थी. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं. बेहतर बिजली सेवाएं देने के नाम पर लगाए गए स्मार्ट मीटर ने अचानक धोखा दे दिया. कई जिलों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई. ये सब एक गलत कमांड की वजह से हुआ. इस कारण प्रदेश के 8 शहरों में लगे 10 लाख स्मार्ट मीटर में से डेढ़ लाख मीटर की बिजली गुल हो गई. शाम को करीब 4.30 बजे स्मार्ट मीटर के सर्वर पर एक गलत कमांड दी गई, जिसकी वजह से रात 12 बजे तक बिजली गुल रही. पावर कॉरपोरेशन ने दावा किया कि रात 9.30 बजे तक 70 प्रतिशत डिस्कनेक्ट हुए कनेक्शन को कनेक्ट कर दिया गया.
जिन शहरों में सबसे ज्यादा बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई उसमें लखनऊ के साथ-साथ मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली और मथुरा शामिल हैं. इस वजह से गुल हुई बिजली बिजली विभाग के एक इंजीनियर के मुताबिक स्मार्ट मीटर के सर्वर पर किसी कर्मचारी द्वारा एक गलत कमांड दे दी गई, जिसकी वजह से अचानक कई घरों में बिजली गुल हो गई. हालांकि देर रात तक यह नहीं पता चल सका कि गलत कमांड कहां से जारी की गई. मामले में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यूपीपीसीएल चेयरमैन अरविंद कुमार को जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही इस गलती के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए भी कहा है.