कोरोना के इस विपरीत समय में अधिवक्ताओं के मनोबल को मज़बूत करने, उनके अधिकारों, उनके कल्याण, उनके आवश्यकताओं सम्बंधित एवं बेहतरी के लिए यंग लॉयर्स फोरम द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में मथुरा के तथा सर्वोच्च न्यायालय से पधारे सभी अधिवक्ताओं का जोरदार स्वागत किया गया, जिसके उपरांत सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता व फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सार्थक चतुर्वेदी ने अपनी टीम के साथ मथुरा बार के पद अधिकारियों को कुछ सुझाव देते हुए एक मांग पत्र सौंपा जिसमें मुख्य रूप से युवा अधिवक्ताओं की पीड़ा को संबोधित किया गया ।
सार्थक चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जिला अदालतों में की गई बंदी और लॉक डाउन की स्थिति में युवा अधिवक्ताओं को भी 10 हज़ार रुपए भत्ता दिए जाने की मांग बार को सरकार व प्रशासन से करनी चाहिए ।
संस्था के उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी हाल ही में जिला न्यायालय में कोरॉना के केस निकलने से फिर से न्यायालय में लॉकडॉउन हो गया है और ऐसी परिस्थिति में जिस तरह से सरकार दैनिक मजदूरों और अन्य प्राइवेट कर्मचारियों के लिए सहूलियत दे रही है उसी तरीके से 5 वर्ष तक की प्रैक्टिस वाले अधिवक्ताओं को भी कुछ आर्थिक मदद देना जरूरी है।
यंग लॉयर्स फोरम मथुरा के अध्यक्ष संजय चौहान ने कहा कि अदालतों के बंद होने और लॉक डाउन के चलते युवा अधिवक्ताओं के पास रोजी रोटी का कोई जरिया नहीं बचा है। यह अधिवक्ता न्यायालय खुला रहने पर प्रतिदिन कुछ ना कुछ आमदनी करके अपना खर्चा चलाते हैं। जिससे अधिवक्ताओं के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है ऐसी स्थिति में सरकार को युवा अधिवक्ताओं को भी मदद देनी चाहिए जैसे कि सरकार अन्य लोगों को मदद दे रही है।
यंग लॉयर्स फोरम के मथुरा के महासचिव हेमेंद्र भारद्वाज ने अन्य सुझावों पर बार के पद अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया उन्होने कहा कि मथुरा बार में अधिवक्ताओं के लिए भोजन हेतु उचित कैंटीन होनी चाहिए, महिला अधिवक्ताओं के लिए शौचालय की व्यवस्था करवाई जाए, ई लाइब्रेरी की व्यवस्था व अधिवक्ताओं का ऑनलाइन डाटा उपलब्ध हो, सभी अधिवक्ताओं का हेल्थ बीमा हो, स्वछता का विशेष ध्यान रखा जाए ।
सर्वोच्च न्यायालय के सचिव रोहित पांडेय ने इस संकट की घड़ी में भी युवा अधिवक्ताओं में जोश भरते हुए वकालत के पेशे में सफल होने के गुर बताए । उन्होंने कहा कि इस पेशे में मेहनत और अध्य्यन के बल पर ही सफल हुआ जा सकता है । युवा अधिवक्ताओं को चाहिए कि वह धैर्य के साथ पुरे मनोयोग और लगन से काम करें, सफलता कदम चूमने लगेगी । उन्होंने कहा की सीनियर अधिवक्ताओं व न्यायिक अधिकारीयों को युवाओं को समय-समय पर प्रोत्साहित करना चाहिए ।
यंग लॉयर्स फोरम द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के सचिव रोहित पांडेय, बार एसोसिएशन मथुरा के नव निर्वाचित अध्यक्ष सुशील शर्मा, सचिव सुनील चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष श्याम सुंदर जादौन, संयुक्त सचिव कृष्णा कुमार यादव, कोषाध्यक्ष प्रवीन कुमार शर्मा, ऑडिटर शैलेश दुबे का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया । इसी क्रम में मथुरा जिले के समस्त शासकीय अधिवक्ताओं का भी स्वागत किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन जिला शासकीय अधिवक्ता व फोरम के फाउंडर मेंबर संजय गौड़ व सार्थक चतुर्वेदी ने किया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला शासकीय अधिवक्ता देवेड्र प्रताप सिंह, शासकीय अधिवक्ता चन्द्र भान, सुभाष चतुर्वेदी, बिष्म दत्त तोमर, मुकेश गोस्वामी, राजू सिंह, भगत सिंह आर्य, विजेन्द्र वैदिक, महेश गौतम, प्रभु दयाल सैनी, केशव देव भारद्वाज, प्रशासनिक अधिकारी चंदन पाण्डे, प्रतिभा सिंह, आशुतोष शुक्ला, ठाकुर छीतर सिंह, शैलेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, तुलसीराम, गौरव चतुर्वेदी, मोहित शर्मा, दीक्षा सिंह, सिल्विया कंसल, सुकीर्ति चौहान, आयुष त्यागी, वरद दिवेदी, वंदना गोस्वामी आदि उपस्थित रहे ।