रिपोर्ट – रवि यादव
ऊर्जा मंत्री पं. श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश में अगले आदेश तक स्मार्ट मीटर लगाए जाने पर रोक लगा दी है।यूपीपीसीएल अध्यक्ष को पत्र लिखकर स्मार्ट मीटर परियोजना की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं । साथ ही तब तक इसे निलम्बित रखने के निर्देश दिए हैं जबतक यह सुनिश्चित न हो जाए कि यह सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ऊर्जा विभाग नवीन तकनीक का उपयोग कर त्रुटिपूर्ण बिलों से निजात पाने के लिए भारत सरकार के ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय के दिशा निर्देशों के तहत स्मार्ट मीटरिंग परियोजना पर प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर रहा है। यह बहुत ही महत्वकांक्षी परियोजना थी इससे उपभोक्ताओं का बेजा उत्पीड़न रुकता, लेकिन जन्माष्टमी के दिन प्रदेश में 1.5 लाख उपभोक्ताओं के मीटर गलत कमांड होने के कारण ऑटो डिसकनेक्ट होने से उनके बीच गलत संदेश गया।
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए यूपीपीसीएल अध्यक्ष को परियोजना की स्वयं के स्तर से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही दोबारा एक विशेषज्ञ समिति गठित कर परियोजना के सभी पक्षों की वैज्ञानिक और तकनीकी स्तर पर समीक्षा भी कराई जाए। आधार पर पूरे सिस्टम का अलग-अलग जगहों पर ट्रायल किया जाएगा। जब हर मानकों पर यह सुनिश्चित हो जाएगा कि सिस्टम फूलप्रूफ है, तभी नए मीटर लगाए जाएंगे। जिससे भविष्य में इसे लेकर किसी भी प्रकार के संदेह की स्थिति न उत्पन्न हो। उन्होंने स्पष्ट किया है कि उपभोक्ता की संतुष्टि ही हमारी संतुष्टि है।