नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि एसी कोच में यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को कोविड-19 महामारी के बाद भी अपने कंबल और बेडशीट के साथ यात्रा करनी होगी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने यात्रियों को सिंगल-यूज वाली बेडशीट देने का फैसला किया है या फिर महामारी के थमने के बाद भी यात्री अपनी खुद की बेडशीट और कंबल ले जा सकते हैं। इसके लिए एक नीति बनाने के साथ ही निर्णय लिया गया है।
बता दें कि कोरोना का संक्रमण फैलते ही मार्च में रेलवे ने ट्रेनों के एसी कोच में लगे पर्दे हटा दिए थे। उसके बाद यात्रियों को दिए जाने वाला बेडरोल हटा दिया था। रेलवे द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई थी। लॉकडाउन होने से 23 मार्च से 20 मई तक ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था।
500 ट्रेनों का संचालन नहीं होगा बंद
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा कि रेलवे रेल यात्रा के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रयास कर रहा है। इसलिए, ऐसा निर्णय लिया गया है। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया कि रेलवे लगभग 500 ट्रेनों का संचालन बंद कर सकता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी ट्रेन के परिचालन को रोकने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया है और न ही किसी स्टेशन को बंद किया जाएगा।
जीरो-आधारित टाइम टेबल हो रहा तैयार
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि वह ‘जीरो-आधारित टाइम टेबल’ तैयार कर रहे हैं और इसमें आईआईटी मुंबई की मदद ले रहे हैं। यह भी संभव है कि कुछ नई ट्रेनों को पेश किया जाएगा या मौजूदा ट्रेनों का नाम बदला या रिशेड्यूल किया जा सकता है। चेयरमैन ने यह भी स्पष्ट किया कि जीरो बेस्ड टाइम टेबल लाने का उद्देश्य रेल यात्रा को यथासंभव सुविधाजनक बनाना और यात्रियों को भीड़-भाड़ से मुक्त यात्रा प्रदान करना है।