- युवती की पैरवी को कोतवाली पहुंची सेक्स रैकेट चलाने वाली वाली महिला
- आरोपी युवकों ने कहा- युवती लगा रही झूठा आरोप
वृंदावन। पुलिस ने रविवार को गैंग रेप पीड़िता के तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं अन्य की तलाश जारी है। गैंग रेप की घटना को लेकर नगर में हो रही चर्चाओं के बीच पुलिस घटना की वास्तविकता का पता लगाने के प्रयास में लगी है।
कोतवाली पुलिस ने दिल्ली की युवती से वृंदावन के गेस्ट हाउस में गैंगरेप के मामले में सीसीटीवी कैमरे और युवती की मेडिकल जांच करने के बाद तीन नामजद आरोपियों को जेल भेज दिया है। गिरफ़्तार आरोपियों में ओमप्रकाश निवासी गांव उस्फार, रामेश्वर निवासी गांव भदाल, मोनू निवासी तरौली छाता शामिल हैं।
सीओ सदर रमेश कुमार तिवारी ने बताया कि युवती से गैंग रेप के मामले में अन्य संलिप्त आरोपियों की तलाश जारी है। वह भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
हम आपको बता दें कि दिल्ली निवासी युवती द्वारा कोतवाली में दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया था कि वह शुक्रवार रात करीब 10 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित भरतपुर मोड़ पर खड़ी थी। इसी दौरान कार सवार तीन युवक आए और उसे तमंचे के बल पर कार में बिठाकर वृंदावन में एक गेस्टहाउस में ले आए। कुछ देर बाद उनके दो-तीन साथी और वहां आ गए और उन सभी लोगों ने जबरन उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया तथा सुबह उसे गेस्टहाउस पर ही छोड़कर फरार गए।
रविवार प्रात: जब गैंग रेप पीड़िता की पैरवी करने के लिए एक महिला कोतवाली पहुंची। तो लोग महिला को देख हैरत में पड़ गए। चर्चा है कि पीड़िता की पैरवी के लिए पहुंची महिला मथुरा में सेक्स रैकेट संचालित करती है।
पकड़े गए युवकों का कहना है कि उक्त महिला सेक्स रैकेट चलाती है। उसने उन लोगों से जो रकम तय की थी वह पूरी दे दी गई, लेकिन वह अधिक रुपयों की मांग कर रही थी और न देने पर उनको इस प्रकार गलत फंसाया गया है। युवकों का यह भी कहना है कि यह महिला मथुरा में काफी समय से अलग-अलग क्षेत्रों में रहकर सेक्स रैकेट चलाती आ रही है। अगर पुलिस इसकी ठीक से जांच करे तो मामला खुद ब खुद समझ में आ जाएगा। अब मामला क्या है और कौन सा पक्ष सही बोल रहा है। यह तो पुलिस जांच के बाद ही पता चल सकेगा।