अयोध्या। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर करने और उसके दायरे को बढ़ाने की तैयारी कर ली है। अब यह एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। एयरपोर्ट का निर्माण दिसंबर 2021 तक पूरा करने की योजना है। राम मंदिर बनने के बाद यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि होने की उम्मीद के साथ एयरपोर्ट के विस्तार की योजना बनाई जा रही है।
एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा
अयोध्या एयरपोर्ट को फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा नहीं मिला है। लेकिन, राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयारी करा रही है। एयरपोर्ट शुरू होने से पहले ही इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सके इसके प्रयास जारी हैं।
एयरपोर्ट का यह है प्लान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की तरफ से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को अयोध्या में बनने वाले एयरपोर्ट की हवाई पट्टी को पहले चरण में 180 से 200 सीटर हवाई जहाजों के संचालन और दूसरे चरण में बड़े आकार के बोइंग-777 हवाई जहाज के संचालन के योग्य बनाने का आग्रह किया है है।
बता दें प्राधिकरण की टीम ने गत वर्ष 5 मई को अयोध्या में बड़े आकार के वाहनों के संचालन के लिए भौतिक सर्वे किया था। प्राधिकरण ने संशोधित प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण में ए 321 विमानों के संचालन के लिए 463.10 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी।
योगी सरकार ने अयोध्या स्थित हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए 525 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री नंदगोपाल नंदी ने कहा कि अब तक 525 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके हैं, जिसमें 300 करोड़ रुपए अब तक खर्च किया जा चुका है।