Sunday, November 24, 2024
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वृंदावन में नहीं मना सुप्रसिद्ध लट्ठा का मेला, रंगजी मंदिर में सादगी से मना नन्दोत्सव

 

अरुण यादव की रिपोर्ट
वृंदावन। दक्षिण शैली के रंगनाथ मन्दिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं नन्दोत्सव का आयोजन पूरे विधिविधान से किया गया। लेकिन, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते कृष्ण जन्मोत्सव के दूसरे दिन नन्दोत्सव के रुप में मनाए जाने वाले सुप्रसिद्ध लट्ठा का मेला इस बार नहीं मनेगा। मंदिर के अन्दर नन्दोत्सव सादगी के साथ मनाया जाएगा।
रंगनाथ मन्दिर में गुरुवार की रात्रि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के अगले दिन शुक्रवार देर शाम नन्दोत्सव मनाया गया। हालांकि मंदिर के मुख्य द्वारा पर कोविड-19 के चलते लट्ठा का मेला आयोजित नहीं हुआ। लेकिन मंदिर के अन्दर होने वाले सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वाह हुआ। जिसमें कदम्ब वृक्ष पर विराजमान भगवान गोदरंगमन्नार हाथ में बांसुरी धारण किये निज मन्दिर से निकलकर मन्दिर प्रांगण में निकले और मंदिर के परिसर में ठाकुरजी की सवारी भ्रमण कर बारहद्वारी पहुंची। जहां आयोजित नंदोत्सव में मन्दिर परिसर में रहने वाले नन्हे मुन्ने बच्चों के मध्य प्रभु के जन्मोत्सव की खुशी में उपहार स्वरूप खिलौने आदि सामान लुटाया गया।

ऐसे मनाया जाता था लट्ठा का मेला
प्रतिवर्ष नंदोत्सव के दिन मन्दिर में आयोजित लट्ठा के मेला में करीब 50 फ़ीट ऊंचे लट्ठे पर कालीदह क्षेत्र स्थित अंतर्यामी अखाड़े के पहलवान चढ़ते तथा लट्ठे के ऊपर बने मचान पर मन्दिर के कर्मचारी तेल युक्त जल पहलवानों पर डालकर उन्हें विफल करने का प्रयास करते। लेकिन अंत में पहलवान लट्ठे पर विजय पताका फहराते। जिसका आनन्द भक्तों के साथ साथ स्वयं भगवान गोदारंगमन्नार भी लेते थे। परंतु इस बार कोरोना काल के चलते इस मेला में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने लट्ठा का मेला भी स्थगित कर नन्दोत्सव सादगी के साथ मनाया।

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