नई दिल्ली। पर्यावरण और पशु प्रेमियों के लिए अफसोसनाक खबर है। 500 हाथी, गैंडा और हिरन पानी में डूब गए हैं। वैसे कुल पशुओं की संख्या करीब 550 है। लेकिन अकेले हाथी, गैंडा और हिरन की संख्या ही 500 के आसपास है। यह घटना असम के काजीरंगा पार्क में बाढ़ आने से हुई है।
बाढ़ के पानी में डूबने वाले जानवरों की यह संख्या बीते तीन साल समेत इस वर्ष की भी है। हालांकि अच्छी बात यह है कि बीते अनुभव को देखते हुए इस साल इंतज़ाम अच्छे होने के कारण 2020 में जानवरों के डूबने का आंकड़ा खासा कम हुआ है। पर्यावरण, वन एंव जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने यह आंकड़े जारी किए हैं।
किस साल कितने जानवर बाढ़ के पानी में डूब गए
हर साल असम में बाढ़ आती है। बाढ़ का पानी काजीरंगा पार्क में भी घुस जाता है। जहां हर साल सैकड़ों जानवर पानी के तेज बहाव में बह जाते हैं। 2017 में तो एक गैंडे ने मिट्टी के एक टीले पर कई दिन तक खड़े रहकर अपनी जान बचाई थी। बाद में रेस्कयू टीम ने उन्हें बचाया था। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने बाढ़ के पानी में बहने वाले काजीरंग पार्क के जानवरों का आंकड़ा 2017 से 2020 तक का जारी किया है।
2017 में 284 जानवर बाढ़ के पानी में बह गए थे। लेकिन 2018 के आंकड़े मंत्रालय ने जारी नहीं किए हैं। 2019 में 223 जानवर डूबे थे। वहीं इस साल यह आंकड़ा 82 जानवरों तक ही सीमित रहा है। डूबने वाले जानवरों में गैंडा, हाथी, हिरन की कई तरह की प्रजाति, बाघ, जंगली भैंस समेत कुछ दूसरे जानवर हैं।