लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पशुधन घोटाले के बाद अधिकारियों- मंत्रियों की मिलीभगत से एक और नमक घोटाला सामने आया है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नमक की सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर हुए करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े में भी पशुधन राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद की संलिप्तता का शक है। जानकारी इकट्ठा करने के लिए राज्यमंत्री से पुलिस आज पूछताछ की तैयारी कर रही है।
पुलिस द्वारा राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद से के नमक घोटाले में बयान दर्ज कराने को कहा गया था। लेकिन मंत्री द्वारा बयान दर्ज न कराने पर अब पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। मंत्री से पशुधन फर्जीवाड़े में एसीपी गोमती नगर पूछताछ कर चुकी है। इन दोनों फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी आशीष राय का मंत्री के दफ्तर में काफी आना-जाना था। पुलिस को शक है कि मंत्री को भी इस नए फर्जीवाड़े की जानकारी हो सकती है।
इससे पहले यूपी के पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर ठगी हुई थी। इसमें गुजरात के व्यापारी नरेन्द्र पटेल ने एफआईआर दर्ज करायी थी, जिसमें पत्रकारों, अधिकारियों ने व्यापारी को पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों रूपये ठगे थे। पशुपालन विभाग के मामले की जांच के दौरान ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का फर्जीवाड़ा सामने आया था।
जेल में मुख्य आरोपी के फिर बयान हुए
एसीपी ने मंगलवार को जेल में आशीष राय के फिर बयान लिये। रिमाण्ड अवधि में आशीष राय ने कई सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया था। इस वजह से कुछ बिन्दुओं पर पूछताछ ठीक से नहीं हो सकी थी। इसके लिये ही एसीपी स्वतंत्र सिंह फिर बयान लेने जेल गए थे।
मंत्री से सम्पर्क नहीं हुआ
विवेचक का कहना है कि मंत्री के दफ्तर में सम्पर्क करने पर जवाब मिला था कि वे एक-दो दिन में बयान दे देंगे। पर, अभी तक उनके बयान नहीं हो सके है। मंत्री से कई सवालों का जवाब विवेचक को पता करना है। एसीपी ने बताया कि मंत्री को बुधवार को बयान दर्ज कराने के लिये नोटिस भेजा जा रहा है।