– सरकारी अफसर 88 करोड़ रुपए के विद्युत विभाग के बकाएदार
– 357 गांव के लोग सालों ने नहीं कर रहे बिजली का बिल जमा
मथुरा। विद्युत विभाग बकाएदारों के बोझ तले दबा हुआ है। बकाएदारों से वसूली के लाख प्रयासों के बावजूद मथुरा जनपद में 395 करोड़ रुपए विद्युत विभाग का बकाया चल रहा है। काबिलेगौर बात यह है कि इस बकाएदारों की सूची में सरकारी विभाग भी पीछे नहीं है। सरकारी विभागों पर 88 करोड़ रुपए बिजली विभाग का बकाया है।
विद्युत विभाग द्वारा लगातार उपभोक्ताओं से बकाया विद्युत बिल वसूल करने के लिए लंबे समय से अभियान चल रहे हैं। बिजली चोरी के साथ-साथ बकाया वसूलने के लिए कनेक्शन काटने और पुलिस कार्रवाई करने कर भी कवायद की जा रही है। इसके बावजूद विभाग पर दिन बा दिन बकाया का बोझ बढता ही जा रही है।
विद्युत विभाग के एसई विनोद कुमार गंगवार ने बताया कि विद्युत बिल जमा न करने की सूची में गांव के उपभोक्ता सबसे आगे हैं। 357 गांव ऐसे हैं जहां लोग एक साल से अधिक समय से बिल जमा नहीं कर रहे हैं। नतीजतन उनका विद्युत बिल लाखों रुपए बकाया है। एसडीओ स्तर के विद्युत अधिकारियों ने क्षेत्रों में बकाया विद्युत बिल वसूली के लिए टीमों का गठन किया है। यह टीम गांव-गांव और घर-घर जाकर विद्युत बिल जमा करने करने के लिए उपभोक्ताओं से अपील कर रही हैं। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए एक मुस्त में बिजली का बिल जमा न कर पाने पर कई बार में बकाया राशि जमा करने की छूट भी दी गई। इसके बावजूद बकाया राशि करोड़ों में पहुंच गई है।
काबिलेगौर बात है कि सरकारी विभागों में भी कई सालों से विद्युत बिल जमा नहीं किए जा रहे हैं। सरकारी विभाग के कार्यालयों का बिल जमा न होने के पीछे अधिकारी बाबूओं को जिम्मेदार ठहराते हैं। इस कारण मथुरा के सरकारी विभागों पर 88 करोड़ रुपए का विद्युत विभाग का बकाया चल रहा है।
इस संबंध में विद्युत विभाग के एस ई विनोद कुमार गंगवार का कहना है कि गावों से विद्युत बिल की बकाया राशि के लिए इस बार गांवों के प्रधानों को सूचि सौंपी गई है जिससे कि बकाया वसूली का अभियान में तेजी आ सके। वहीं सरकारी विभागों में संबंधित अधिकारियों को भी बकाया बिल के रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं।