यूपी, राजस्थान, हरियाणा से आए सौ से अधिक वायगीर
– रातभर मृतक किशोरों के घर लगा रहा गांववासियों का हुजूम
राघव शर्मा की रिपोर्ट
बरसाना। मानपुर में सांप के डंसने से दो सगे भाईयों की मौत के बाद भी परिजनों ने उनके जीवन लौट आने की उम्मीद नहीं छोड़ी। डॉक्टरों द्वारा दोनों किशोरों को मृत घोषित करने के बाद आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से गांव लौटने पर देश के कई राज्यों के वायगीरों ने रातभर मृतक के घर पर ही झाड़फूंक और तंत्र-मंत्र का प्रयोग कर मृतकों में जान फूंकने की कोशिश की। लेकिन, सफलता न मिलने पर वायगीरों ने भी हाथ खडे़ कर दिए।
मानपुर गांव में रविवार सुबह करीब चार बजे दो अपने घर के एक कमरे में बैड पर सो रहे दो सगे भाई अर्जुन (12 वर्ष) गौरव (15 वर्ष) को जहरीले सांप ने डंस लिया। परिजन दोनों को अचेतावस्था में जिला अस्पताल ले गए। दोनों किशोरों की हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर कर दिया। यहां शाम को डॉक्टरों ने दोनों किशोरों को मृत घोषित कर दिया। घटना से दुखी परिजनों ने डॉक्टरों के जवाब देने के बाद भी उम्मीद नहीं छोड़ी और अपने बच्चों की जिंदगी वापस लाने के लिए वह दोनों के शवों को किशनगढ राजस्थान लेकर पहुंचे। यहां वायगीरों ने कई घंटे प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पिरजन दोनों शवों को लेकर मानपुर स्थित घर लौट आए। घर पर यूपी, राजस्थान, हरियाणा के करीब सौ से अधिक वायगीर रातभर और सोमवार को दोपहर 12 बजे तक शवों को नींम के पत्तों के बीच रखकर झाड़फूंक कर जान फूंकने की कोशिश करते रहे। लेकिन वायगीर नाकाम साबित हुए। वायगीरों के प्रयास और उनके द्वारा जा रही क्रियाओं को देखने के लिए मानपुर और आसपास के गांव के लोगों का हुजूम लग गया।
फरीदाबाद से आए वायगीर सोबरन ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि बच्चों से सांप के काटे का जहर उनके प्रयास से उतर जाएगा। अपने उस्ताद की दी गई शक्ति और सीख का प्रयोग किया लेकिन सफलता नहीं मिली।