मथुरा। बल्देव के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना की फर्जी सैंपलिंग के मामले की जांच दो एसीएमओ द्वारा की गई। यह जांच शासन को भेज दी है। वहीं इस फर्जी सैंपलिंग की शिकायत करने वाले और इसका वीडियो बनाकर वायरल करने वाले दो डॉक्टरों की संविदा समाप्त करने की संस्तुति शासन से की गई है। जबकि चिकित्सा अधीक्षक को सीएचसी से हटाकर क्षय रोग विभाग में ट्रांसफर कर दिया है। सैंपल लेने वाले लैब टैक्निशियन के निलंबन की संस्तुति शासन को की गई है।
बल्देव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में कोरोना की फर्जी सैंपल करने का वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने दो एसीएमओ डॉ. देवेन्द्र अग्रवाल और डॉ. राजीव गुप्ता को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। एसीएमओ द्वारा जांच रिपोर्ट देने के बाद सीएमओ डॉ. संजीव यादव ने शासन को जांच रिपोर्ट भेज दी है।
बता दें कि बलदेव स्थित स्वर्गीय डोरीलाल अग्रवाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का कोरोना की फर्जी सैंपलिंग का वीडियो वायरल हुआ था। सीएचसी पर ही कोरोना सैम्पलिंग में लगे संविदा पर कार्य कर रहे डॉ. अमित ने इस पूरे मामले की शिकायत सीएमओ से की थी। शिकायत में फर्जी सैंपलिंग साथ साथ होम आइसोलेशन के फर्जी तरीके से फॉर्म भरने की भी शिकायत की गई थी।
सीएमओ डॉ. संजीव यादव ने बताया कि फर्जी सैंपलिंग की वीडियो वायरस के मामले में शासन स्तर से जांच होनी है। इस मामले में दो एसीएमओ द्वारा कराई गई जांच की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। दो डॉक्टर की संविदा समाप्त करने और सैंपल लेने वाले लैब टैक्नीशियन के निलंबन की संस्तुति शासन से की गई है।