- ओवर की एक-एक बॉल पर हो रहा सट़टा का खेल
- बुकी के साथ कैरियर भी अब धर्मनगरी में सक्रीय
- कई बुकी हिल स्टेशन से चला रहे सट्टे का काला करोबार
मथुरा। आईपीएल में ओवर की एक-एक बॉल पर करोड़ों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है। मथुरा और वृंदावन के कई इलाकों में इन दिनों आईपीएल सट्टा का खेल बड़े पैमाने पर हो रहा है। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक क्रिकेट सट्टा का लेकर एक भी कार्रवाई जनपद में नहीं की गई है। इससे पुलिस की निष्क्रीयता पर भी सवाल खड़ा हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक मथुरा के चौक बाजार, सदर बाजार, छत्ता बाजार, घीया मंडी, विश्वलक्ष्मी नगर, अंतापाड़ा आदि क्षेत्रों में क्रिकेट सट्टा जोरों पर हो रहा है। मथुरा के बुकी और कैरियर सट्टों का उतार दिल्ली कर रह हैं। वहीं वृंदावन में वृंदावन के गोपीनाथ बाजार, अठखम्भा, पानीघाट, पुराने शहर के कई इलाकों में बुकी बड़े पैमाने पर क्रिकेट सट़टा का खेल रहे हैं। काबिलेगौर बात यह है कि वृंदावन के बुकी अपना उतार हाथरस कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार आईपीएल क्रिकेट के कई बड़े बुकी हिल स्टेशनों पर हैं। लेकिन एक-एक बुकियों के कई-कई मोबाइल नंबर सक्रीय हैं।
बुकी और सट्टा खिलाड़ी की बीच की कड़ी है कैरियर
क्रिकेट सट्टा खेलने वालों को अब नया ट्रेंड खूब रास आ रहा है। अब सट़्टा खिलाड़ी और बुकी के बीच कड़ी का काम बिचौलिया यानि कैरियर द्वारा किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक सट्टा खेलने वाले खिलाड़ी अब सीधे बुकी से मैच खेलने से कतराते हैं। सट्टा खेलने वाले और बुकी के बीच की कड़ी होता है कमीशन पर मैच खिलाने वाला। इस बिचौलिया यानि कैरियर ही बुकी और सट़्टा खेलने वाले दोनों तरफ के पैस का गारंटर होता है। चाहे बुकी की जीत हो या फिर खिलाड़ी की, रुपए लेन-देन की जिम्मेदारी इस बिचौलिया यानि कैरियर की होती है। आईपीएल में सट्टे के खेल में मथुरा के लोग बड़े पैमाने पर कमीशन कमाने के लिए कैरियर की भूमिका अदा कर रहे हैं।
बुकी देता है कैरियर को इतना कमीशन
मैच में जब ज्यादा रुपए की हार जीत हो जाती है, तब अक्सर खिलाड़ी या बुकी बेईमान हो जाता है। उस रुपए की गांरटी के लिए बुकी की तरफ से हर पंटर के बदले कमीशन दिया जाता है। अगर एक बुक पर दस क्रिकेट सट्टा खिलाड़ी दिए जाते हैं तो सट्टा लगाने के लिए उनकी हार जीत की रकम पर 10 से 20 प्रतिशत तक कमीशन दिया जाता है।
एसपी सिटी उदयशंकर सिंह से नियो न्यूज ने जब इस संबंध में उनके सीयूजी फोन नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया। उनके गनर ने अधिकारी की व्यस्तता का हवाला देते हुए बात कराने से इनकार कर दिया।