- सॉफ्टवेयर की पहचान और गुणवत्ता पर दिया व्याख्यान
- हाउ टू हैण्डिल प्रोडक्शन आई.टी. सेक्टर विषय पर हुआ ऑन लाइन लेक्चर
मथुरा। शुक्रवार को राजीव एकेडमी फार टेक्नोलाजी एण्ड मैनेजमेंट के बीसीए विभाग द्वारा बीसीए प्रथम सेमेस्टर के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए हाउ टू हैण्डिल प्रोडक्शन आई.टी. सेक्टर विषय पर आनलाइन गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अतिथि वक्ता आई.बी.एम. नोएडा में प्रोजेक्ट मैनेजर रेशू गुप्ता ने छात्र-छात्राओं को सॉफ्टवेयर की पहचान और गुणवत्ता पर विस्तार से जानकारी दी।
रेशू गुप्ता ने कहा कि आज भारत ही नहीं समूची दुनिया में सूचना प्रौद्योगिकी के महत्व को स्वीकार्यता मिल चुकी है लिहाजा कम्प्यूटर की उपयोगिता मानव जीवन में हर प्रकार से प्राथमिक है। इस क्षेत्र में करियर के बहुत सारे विकल्प हैं, तय आपको करना है कि किधर जाना पसंद करेंगे। रेशू गुप्ता ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आई.टी. सेक्टर के गूढ़ विषयों की जानकारी हासिल करने से पहले हमें सॉफ्टवेयर की पहचान होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हरेक सॉफ्टवेयर की अपनी लाइफ साइकल होती है, उसी के अनुसार उसकी क्वालिटी की पहचान होती है। सॉफ्टवेयर की गुणवत्ता से ही उसकी सभी फेसेस की जानकारी मिलती है।
सुश्री गुप्ता ने बताया कि एक अच्छे व उपयोगी सॉफ्टवेयर को बनाने के दौरान कई प्रकार की सावधानियां रखना आवश्यक होता है। सॉफ्टवेयर निर्माण में महत्वपूर्ण बातों का ध्यान न रखने से क्या-क्या हानियां हो सकती हैं, उसके बारे में भी उन्होंने विद्यार्थियों को जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने सॉफ्टवेयर से संबंधित छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर निर्माण प्रक्रिया में उसके फंक्शन की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।
संस्थान के निदेशक डा. अमर कुमार सक्सेना ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी ने शिक्षा को रोचक और आसान बना दिया है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमणकाल में आज युवा पीढ़ी सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से ही पठन-पाठन और जाब सर्च कर रही है। राजीव एकेडमी में हर संकाय के छात्र-छात्राओं को जहां आनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है वहीं उन्हें विषय विशेषज्ञों के अनुभवों से भी लगातार रूबरू कराया जा रहा है।