- गांववासियों ने पुलिस प्रशासन से की मामले की गहन जांच की मांग
- नमाज के मामले में सेवायताओं की भ्ूामिका पर संदेह
मथुरा। नन्द बाबा मंदिर में दो मुस्लिमों द्वारा नमाज पढने का मामला मंगलवार सुबह फिर से गरमा गया। नन्दगांव के लोगों ने मंदिर के सेवायतों के खिलाफ प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया और नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के चलते गोस्वामियों ने मंदिर के कपाट बंद दिए।

मंदिर में दिल्ली निवासी मुस्लिम समुदाय के दो लोगों द्वारा नमाज पढने को लेकर बृज में पिछले तीन दिनों से गहमागहमी का माहौल बना है। इस बीच जहां वृंदावन में संतों एवं धर्माचार्यों ने नमाज पढने के दौरान मंदिर में माजूद लोगों पर सवाल उठाए और उनको भी इस मामले की जांच के दायरे में लाए जाने की मांग पुलिस प्रशासन से की है।

वहीं मंगलवार की सुबह नन्दगांववासी इसके लिए नन्द बाबा मंदिर के सेवायतों का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने मंदिर पहुंच कर सेवायतों के खिलाफ प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया है। लोगों का कहना है कि मंदिर के सेवायतों ने जान बूझकर मंदिर परिसर में फैजल खान और चांद मोहम्मद को नमाज पढने दी थी। लोगों के आक्रोश को देख उनके मंदिर पहुंचते ही सेवायतों ने मंदिर के द्वार बंद कर लिए। लोगों ने बल प्रयोग कर मंदिर का दरवाजा खोल दिया।

सूचना पाकर मौके पर पहुंच पुलिस द्वारा लोगों का गुस्सा शांत किया और उन्हें मंदिर जाने से रोका गया। गांववासियों ने काफी समय तक सेवायतों क खिलाफ नारेबाजी की। नन्दबाबा मंदिर के बाहर सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस बल तैनात हो गया है।
नन्दबाबा मंदिर पर माजूद सब इंस्पेक्टर चन्द्रमोहन का कहना है कि गांव के लोग मंदिर आए थे। उन्होंने यहां मंदिर में हुई नमाज को लेकर रोष व्यक्त किया है और मांग की है कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए। इतना नहीं भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होनी चाहिए।