जो लोग हड़ताल में काम करेंगे उन पर प्रभावी कार्यवाही होगी
मथुरा। दो मजिस्ट्रेटों की कार्यप्रणाली से नाराज बार एसोसिएशन का आन्दोलनन और तेज होने जा रहा है। इसके लिए बार एसोसिएशन की सलाहकार एवं कार्यकारिणी की बैठक की गई। जिसमें सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों ने एक स्वर से तय किया कि डीजे द्वारा 2 दिन में पूरे मामले का संज्ञान लेकर बहिष्कृत न्यायालयों के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की तो बार अपना आंदोलन उग्र करते हुए पूरी तरह से काम बंद हड़ताल करेगी। वहीं ये भी फैसला लिया गया कि जो लोग बहिष्कृत न्यायालय में कार्य करेंगे उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
मथुरा बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी एवं सलाहकार समिति की बैठक की जानकारी बार के अध्यक्ष सुशील शर्मा एवं सचिव सुनील चतुर्वेदी ने बताया कि सभी अधिवक्ताओं ने तय किया है कि अधिवक्ताओं के सम्मान की खातिर आंदोलन को और आगे बढ़ाया जाएगा। बैठक में तय हुआ है कि 2 दिन में जिला जज द्वारा अपने स्तर से संज्ञान लेकर बहिष्कृत न्यायालयों के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही अमल में लानी चाहिए और उस कार्यवाही से बार को भी अवगत कराना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो अधिवक्ता काम बंद हड़ताल कर आंदोलन को उग्र करेंगे।
एक समिति बनाई गई है जो दोनों न्यायालयों जो बहिष्कृत किए गए हैं। उनमें अगर काम करते पाए गए तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्यवाही की जाएगी। बैठक में अधिवक्ताओं के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। जो अधिकारियों से मिलकर के इस आंदोलन में सक्रिय नहीं है और आन्दोल को विफल करने की कोशिश में है, ऐसे लोगों पर गठित समिति नजर रखेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। बार एसोसिएशन द्वारा बहिष्कृत किए गए दोनों न्यायालयों का आगे भी बहिष्कार जारी रहेगा। इस पूरे प्रकरण से मथुरा बार द्वारा मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय प्रयागराज एवं प्रशासनिक न्यायाधीश को भी अवगत कराया जा रहा है। बैठक में सभी सलाहकार समिति के सदस्य एवं मथुरा बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।
मथुरा बार के मीटिंग हॉल में बार के अध्यक्ष सुशील शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बार कार्यकारिणी एवं सलाहकार समिति की बैठक में बार के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर बृज गोपाल शर्मा, पूर्व अध्यक्ष उमा कांत चतुर्वेदी, पूर्व अध्यक्ष ठाकुर किशन सिंह, पूर्व अध्यक्ष रवि शर्मा, उमाशंकर अग्रवाल, भूपेंद्र सिंह एवं बार के पूर्व सचिव नंदकिशोर उपमन्यु एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राधारमण उपाध्याय कोऑर्डिनेटर एवं वरिष्ठ सलाहकार समिति के सदस्य उपस्थित रहे।