- अस्पताल के एक दर्जन कर्मचारी पहुंचे डीएम कार्यालय, दिया ज्ञापन
- अस्पताल प्रबंधन पर लगाया मनमानी कर कर्मचारियों को परेशान करने का आरोप
मथुरा। विवादों में रहने वाला नयति अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दिवाली पर संस्थाएं कर्मचारियों को सैलरी और उनके साथ वर्ष के बड़े त्यौहार की शुभकामनाएं दे रही हैं। वहीं नयति अस्पताल ने कर्मचारियों को पिछले 6 माह से सैलरी नहीं दी और दिवाली से दो दिन पहले टर्मिनेशन पोस्ट उनकी ई मेल पर भेज दिया है। अस्पताल के इस कार्य से परेशान कर्मचारियों ने डीएम कार्यालय पहुंच अतिरिक्त एसडीएम को ज्ञापन दिया और दिवाली पर सैलरी दिलाने की मांग की है।
शुक्रवार को मथुरा के नयति हॉस्पिटल के करीब एक दर्जन कर्मचारी डीएम कार्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय में मौजूद अतिरिक्त एसडीएम को अस्पताल ऑपरेशन थिएटर प्रभारी के साथ अन्य कर्मचारियों ने एक ज्ञापन दिया। अस्पताल में विभिन्न पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को पिछले 6 माह से वेतन नहीं दिया गया न ही उनके कई सालों से उनका पीएफ जमा किया है। जिसके चलते नयति हॉस्पिटल के नाराज कर्मचारियों ने जिला प्रशासन ने अपनी समस्या के निदान की उम्मीद की है और समस्या के निदान की गुहार लगाई है।
ऑपरेशन थिएटर के इंचार्ज जितेन्द्र भाटी ने बताया कि पिछले 6 माह से सैलरी के लिए परेशान किया जा रहा है। जब भी वह और अन्य कर्मचारी अपनी सैलरी मांगने की बात करते हैं, तो नयति अस्पताल के आला अधिकारी सैलरी नहीं देते। दिवाली पर एक माह की सैलरी की मांग करने पर भी अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि सैलरी नहीं है। जो तुम्हें करना है कर लें प्रशासन अस्पताल के साथ है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को दिवाली से दो दिन पूर्व कर्मचारियों के मेल पर टर्मिनेशन लैटर भेज दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल अपनी मनमानी कर कर्मचारियों को परेशान कर रहा है। कर्मचारियों को सैलरी और पीएफ की जमा धनराशि दिए बगैर बगैर किसी बात के टर्मीनेट लैटर देकर निकाल रहा है।
नयति अस्पताल के पीआरओ प्रशांत अज्ञानी ने बताया कि कोरोना के कारण समस्याएं सबके सामने हैं। कुछ कर्मचारियों की सैलरी डिले हो गई है। आने वाले समय में सभी कर्मचारियों को सैलरी का भुगतान कर दिया जाएगा।