प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल की तरह इस बार भी देश के बॉर्डर पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं। पीएम राजस्थान के जैसलमेर बॉर्डर में पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी के साथ सीडीएस बिपिन रावत, आर्मी चीफ एमएम नरवणे, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और बीएसएफ के डीजी राकेश अस्थाना मौजूद हैं।
राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान की सीमा मिलती है। यहां बॉर्डर पर बीएसएफ की तैनाती है। सुप्रसिद्ध तनोट माता का मंदिर भी यहीं पर है। प्रधानमंत्री जैसलमेर के लोंगेवाला बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों के साथ दीपावली मना रहे हैं। लोंगेवाला मूल रूप से बीएसएफ का एक पोस्ट है।
लोंगेवाला सुनकर क्यों कांपता है पाकिस्तान
लोंगेवाला का देश के सैन्य इतिहास में अहम स्थान है। ये वही स्थान है जहां 1971 में भारत पाकिस्तान के भीषण युद्ध हुआ था। इस युद्ध में भारत की सेना ने पाकिस्तानियों पर जो कहर बरपाया था, उसे पाकिस्तान आज भी नहीं भूल पाता है।
4 दिसंबर 1971 की इस लड़ाई को लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात 120 भारतीय सैनिकों ने 40-45 टैंकों के कब्जा करने आए 3000 पाकिस्तानी जवानों को जो शिकस्त दी थी वो इतिहास बन गया था।
लोंगेवाला चौकी पर कब्जा करने की नापाक कोशिश में पाकिस्तानियों को अपने 34 टैंक, पांच सौ वाहन और दो सौ जवानों से हाथ धोना पड़ा था, लेकिन ये चौकी अविजेय रही थी।