मथुरा। विद्यार्थियों के ज्ञान और कौशल विकास के लिए संस्कृति विश्विविद्यालय और माइक्रोसाफ्ट के मध्य एक एमओयू(समझौता) साइन हुआ। समझौते के तहत संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को माइक्रोसाफ्ट के विशेषज्ञों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ज्ञान और कौशल प्रदान किया जाएगा। इस बड़ी पहल को लेकर संस्कृति विवि के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
संस्कृति विवि के स्कूल आफ इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष विंसेंट बालू ने जानकारी देते हुए बताया कि एमओयू के अनुसार माइक्रोसाफ्ट संस्कृति विवि के शिक्षक और विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए सहयोग देगा। औद्योगिक इकाइयों के साथ मिलकर विद्यार्थी अपना अध्ययन करेंगे और अपने ज्ञान को बढ़ाएंगे। माइक्रोसोफ्ट के विशेषज्ञ यहां उद्योग आधारित अत्याधुनिक प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण लेने वाले विद्यार्थियों और फैकल्टी को माइक्रोसाफ्ट कंपनी की ओर से प्रमाणपत्र भी प्रदान किये जाएंगे। यह प्रशिक्षण आनलाइन और आफ लाइन क्लासेज द्वारा दिया जाएगा। बच्चे जो आज इंडस्ट्री में इंटरव्यू फेस नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे बच्चों को माइक्रोसाफ्ट के ट्रेनर बताएंगे कि आज इंडस्ट्री में क्या-क्या डवलपमेंट हो रहे हैं, उसके लिए उनको कौनसी शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने की जरूरत है। ये ज्ञान बदलती औद्योगिक क्षमता से विद्यार्थियों को रूबरू कराएगा और उनके कौशल में विकास करेगा। ऐसा ज्ञान और कौशल पाने के बाद विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में नौकरी पाने या अपना उद्यम खड़ा करने में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं होगी।
विंसेट बालू ने बताया कि इस सारी प्रक्रिया को संचालित करने के लिए माइक्रोसाफ्ट कंपनी ने संस्कृति विश्वविद्यालय के लिए अपना एक मैनेजर नियुक्त किया है। माइक्रोसाफ्ट प्रतिनिधि के रूप में प्रियेश वर्मा यहां नियुक्त किए गए हैं। प्रियेश वर्मा पाठ्यक्रम तैयार करेंगे कि विद्यार्थियों को किस ज्ञान की जरूररत है और वह किस तरह से विद्यार्थियों को दिया जाय। कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रम संस्कृति विवि के विद्यार्थियों को पढ़ाए जाएंगे। माइक्रोसाफ्ट कंपनी के प्रशिक्षक संस्कृति विवि के विद्यार्थियों के कैरियर प्लानिंग, पर्सनल प्रोफाइल डवलपमेंट में भी सहयोग करेंगे। माइक्रोसाफ्ट स्टूडेंट एंबेस्डर प्रोग्राम के द्वारा विद्यार्थियों को वैश्विक समुदाय से जुड़ने में मदद मिलेगी, जिससे वे अपने अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व का निर्माण कर सकेंगे। विद्यार्थियों एप बनाने में सक्षम होंगे और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को अच्छे से समझ सकेंगे। इस समझौते के बाद संस्कृति विवि के छात्र अनलिमिटेड स्टडी मैटेरियल डाउनलोड कर पाएंगे, जो उनके ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होगा।
इस समझौते पर संस्कृति विवि के रजिस्ट्रार पूरन सिंह और माइक्रोसाफ्ट कंपनी के असिस्टेंट जीसी बेन आर्नडार्फ ने हस्ताक्षर कर समझौते को अंतिम रूप दिया। समझौते पर हर्ष व्यक्त करते हुए संस्कृति विवि के कुलपति प्रोफेसर सीएस दुबे ने कहा कि यह समझौता विद्यार्थियों के कैरियर और स्किल डवलपमेंट के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।