- घटना से 10 दिन पहले ही आश्रम में आए थे दोनों साधु
- हत्या से एक दिन पहले ही साधुओं के बीच हुआ था झगड़ा
संतोष कुमार की रिपोर्ट
मथुरा। गोवर्धन में 6 दिन पूर्व एक आश्रम में दो साधुओं की हत्या आश्रम में साधुओं के साथ रहने वाले ही एक साधु ने कर दी। हत्या के पीछे का कारण दो दिन पूर्व साधुओं को बीच हुआ झगड़ा बताया जा रहा है। पुलिस ने साधु आरोपी साधू को गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार को एसपी देहात श्रीश चन्द्र ने बताया कि 21 नवंबर को गोवर्धन में गिरिराज वाटिका के समीप एक आश्रम में दो साधु गुलाब सिंह उर्फ गोपालदास और बाबा श्यामसुन्दर दास की चाय में कीटनाशक दवा पिलाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में आश्रम में साधुओं के साथ रह रहे बाबा रामबाबू से पूछताछ की तो कई बार बयान बदले। लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से बाबा रामबाबू से पूछा तो उसने बताया कि घटना से एक दिन पहले दोनों साधुओं से उसका झगड़ा हो गया था। उसने मौका मिलने पर सुबह चाय में कीटनाशक दवा मिलाकर दोनों साधुओ को पिला दी। जिससे उन दोनों की मौत हो गई। कीटनाशक गोवर्धन में लगने वाली पशु पैंठ से वह खरीदकर लाया था।
पुलिस ने बताया कि गोवर्धन के गिरिराज वाटिका के समीप एक आश्रम में बाबा रामबाबू रहता था। इसके साथ करीब 8 माह से शेरगढ थाना क्षेत्र के गांव दलौता निवासी शांति दास बाबा आकर रहने लगे। 10 दिन पहले ही दोनों साधु दलौता गांव निवासी गुलाब सिंह एवं गोवर्धन के पैठा गांव निवासी श्यामसुन्दर आकर रहने लगे। आश्रम में रह रहे शांति बाबा कहीं भ्रमण पर चले गए। इसी दौरान साधु रामबाबू ने दोनों साधुओं को चाय में विषाक्त पदार्थ देकर मार डाला।
एसपी ग्रामीण श्रीश चन्द्र ने बताया कि साधुओं की हत्या के आरोपी साधु रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया है। विधिक कार्रवाई की जा रही है।