वृंदावन। रमणरेती पुलिस चौकी के समीप एक गांव में 8 साल की अनुसूचित जाति की बालिका की रेप के बाद हत्या के पांच दिन बाद सोमवार को उसके बाबा का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पीड़िता को न्याय नहीं मिला है। ये घटना नशे के आदि व्यक्ति द्वारा नहीं की गई बल्कि इसमें और भी लोगों का हाथ है।
मीडिया के सामने आए पीड़िता के बाबा ने कहा कि बालिका के साथ घटना सुनरख के जंगल में नहीं हुई बल्कि बालिका का किडनैप कर कहीं अन्य रखा गया था। उसके साथ दुराचार किया और उसी हत्या करने के बाद उसका शव जंगल में डाला गया है। नशे का आदि व्यक्ति बालिके मुंह में कपड़ा नहीं ठूंस सकता है।
पीड़िता के बाबा ने पुलिस के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि एसएसपी ने 24 घ्ांटे का समय सही खुलासा करने के लिए दिया था, लेकिन 24 घंंटे से ज्यादा समय हो लेकिन पुलिस की तरफ से संतुष्टिपूर्ण न्याय नहीं मिला है। इस मामले में फिर से पुलिस अधिकारियों से बात की जाएगी।
ज्ञात हो कि 25 नवंबर की दोपहर को सुनरख के जंगल से बालिका लापता हो गई थी। 26 नवंबर की सुबह बालिका सुनरख के जंगल में मिली। बालिका के मुंह में उसी का अन्त:वस्त्र ठूसा हुआ था। उसके साथ दरिदों ने दुराचार किया उसके बाद उसकी हत्या कर दी। इस बात की पुष्टि बालिका की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी स्पष्ट हो चुका है।