Tuesday, April 22, 2025
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मथुरा में भारत बंद लाइव : मार्गों पर हुआ चक्का जाम, कई नेता पुलिस गिरफ्त में तो कई नजर बंद

मथुरा। कृ़षि कानून के विरोध में पिछले 12 दिनों से चल रहे किसान आन्दोलन चरम पर है। किसानों के देशव्यापी भारत बंद के दौरान मथुरा में डीएम और एसएसपी ने पुलिस बल और पीएसी के साथ शहर का भ्रमण किया। अधीनस्थ अधिकारियों को सतर्क और सख्त रहने के निर्देश दिए। अधिवक्ताओं ने किसानों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया। वृंदावन में उप मंडी समिति पर किसान नहीं आए, तिराहे चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। वहीं किसान नेताओं और विपक्षी दल के नेताओं को बीत रात से ही नजर बंद कर दिया गया। बल्देव में किसानों ने मुख्य मार्ग चक्का जाम किया। छाता में किसान नेताओें ने केन्द्र सरकार का पुतला दहने करने की कोशिश की है।

डीएम और एसएसपी ने दिए सख्ती के निर्देश, शहर का भ्रमण कर लिया जायजा

कृषि कानून के खिलाफ भारत बंद के दौरान मथुरा में मंगलवार को डीएम सर्वज्ञराम मिश्र और एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान अधीनस्थ अधिकारियों को सख्ती बरतने और शांति और सुरक्षा व्यवस्था रखने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने कहा कि किसानों के भारत बंद को ध्यान में रखते हुए किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं और जिले भर में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। ताकि हर गतिविधि पर नजर रहे मथुरा में बंद का कोई असर नहीं है।

मथुरा में भारत बंद का नहीं दिखा असर

कृषि कानून के खिलाफ किसान नेताओं ने मंगलवार को भारत बंद का ऐलान किया। किसानों के समर्थन में विपक्षी राजनीतिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया लेकिन मथुरा में भारत बंद का असर दिखाई नहीं दिया। पुलिस की सख्ती के चलते राजनीति दलों के नेता सड़कों पर नहीं दिखे। कुछ नेताओं को पुलिस ने सोमवार की रात को ही घर पर नजरबंद कर लिया।

इन नेताओं को पुलिस ने लिया हिरासत में

मंगलवार प्रात: होली गेट पहुंचे कांगेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक प्रदीप माथुर जैसे ही किसानों के भारत बंद के समर्थन में होली गेट पहुंचे। वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। युवा कांग्रेस नेता यतेंद्र मुकदम और राष्ट्रीय लोक दल के वरिष्ठ नेता कुंवर नरेंद्र सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान राष्ट्रीय लोक दल के वरिष्ठ नेता कुंवर नरेंद्र और पुलिस के बीच कहासुनी भी हुई लेकिन पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला देते हुए हिरासत में लेकर उन्हें कोतवाली ले गई। वहीं होली गेट पहुचे किसान मजदूर नेता तारा चंद गोस्वामी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

पुलिस ने किया नजरबंद

सपा नेता प्रदीप चौधरी को मथुरा स्थिति उनके आवास पर और भारतीय किसान यूनियन (भानु) राष्ट्रिीय प्रवक्ता हरेश ठैनुआ को उनके पानीगांव स्थित घर पर पुलिस ने सोमवार की रात से ही नजरबंद कर दिया है।

कृषि कानून पर क्या भाजपा नेता का बयान

कृषि कानून पर विरोध कर रहे किसानों और विपक्षी दलों पर टिप्पणी करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस कृषि कानून का विरोध किसान नहीं, बल्कि हताश विपक्षी दल कर रहें हैं। जिनको जनता द्वारा ठुकरा दिया गया है।

व्यापारियों ने नहीं दिया किसानों को समर्थन, खोले अपने प्रतिष्ठान

मंगलवार को भारत बंद का असर मथुरा शहर और आसपास के क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला और सभी बाजार खुले नजर आए। वहीं बाजारों में जगह-जगह पुलिस बल नजर आया लेकिन भारत बंद का कहीं भी असर देखने को नहीं मिला। व्यापारियों ने किसानों का साथ नहीं दिया और अपने-अपने प्रतिष्ठान खोले रखे। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के चलते पहले ही प्रतिष्ठान लंबे समय तक बंद रहे। यदि अब फिर प्रतिष्ठान बंद कर दिए तो खाएंगे क्या?

मथुरा तहसील पर मथुरा अधिवक्ता फोरम के तत्वावधान में किसानों के समर्थन में अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। अधिवक्ता फोरम के अध्यक्ष हाकिम सिंह ने केद्र सरकार से किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि किसान कानून वापस नहीं लिए गए तो वह किसानों के हित में उग्र आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।

उप मंडी समिति में दिखा किसान आंदोलन का असर, सब्जी के दामों में उछाल

वृंदावन-

भारत बंद का खासा असर वृंदावन की उप कृषि मंडी स्थल में देखने को मिला। आम दिनों में किसानों एवं खरीदारों की मंडी में भीड़ रहती थी। लेकिन आज मंडी में कुछ लोग ही नजर आए। खेतों से सब्जी मंडी में न पहुंचने और आज का सहालग होने पर सब्जियों के दामों में जबर्दस्त उछाल आया है।


किसान मंगलवार सुबह से ही अपनी सब्जियोंं को लेकर आज मंडी नहीं पहुंचे। उन्होंने आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूर्णतया अपना समर्थन दिया। हालांकि मंडी में कुछ फुटकर दुकानदार ही सब्जी बेचते नजर आए। जिनमें खरीदारों की संख्या भी कम नजर आई। किसानों द्वारा सब्जी ना लाए जाने की वजह से आज मंडी में सब्जी के दामों में भी बढ़ोतरी हुई। जो सब्जी 25 से 30 रुपए किलो बिक रही थी वह आज 40 से रुपए 50 किलो बिकी।

फरह-

आगरा- दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग महुअन टोल पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम करके केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। हाईवे पर प्रदर्शन के कारण काफी समय तक दोनों ओर से वाहनों की गति थम गई और वाहनों की लंबी कतार लग गई।

मांट-

किसानों के भारत बंद का समर्थन कर रही सपा के एमएलसी संजय लाठर के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता और आसपास के क्षेत्रों के किसान जावरा गांव से पैदल चलकर यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंचे। एक्सप्रेस वे पर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया और कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की। सपा नेता और किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया।

बल्देव-

बल्देव के अवैरनी चौराहा और हनुमान चौराहा पर किसान नेता लेखराज चौधरी और देवेन्द्र पहलवान के नेतृत्व में चक्का जाम किया। यहां सैकड़ों किसान मौजूद रहे। सड़क पर बैठकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। किसानों ने केन्द्र की मोदी सरकार से कृषि बिलों को वापस लेने की मांग को दोहराया।

कोसीकलां-

किसानों के भारत बंद को लेकर कोसीकलां में किसी तरह का असर देखने को नहीं मिला। शांति व्यवस्था की दृष्टि से तिराहे-चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। राष्ट्रीय लोकदल के नेता कुंवर चन्द्र रावत, छाता नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन जगपाल सिंह चौधरी एवं किसान मजदूर महासंघ के नेता दीपक चौधरी के नेतृत्व में किसानों ने बाजार में जुलूस निकाला और व्यापारियों से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है। यह जुलूस गांधी पार्क से शुरु होकर कृषि उत्पादन मंडी तक निकाला गया। मंडी में स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष किसानों ने केन्द्र सराकर के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

छाता-

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लोकमणि कांत जादौन के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता हाईवे पर चक्का जाम किया और केन्द्र की मोदी सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इस दौरान सपाइयोें ने केन्द्र सरकार का पुतला दहन करने की कोशिश की। पुतला में आग लगाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं के हाथोें से पुतला छीन लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया।

राया-

रालोद एवं किसान संगठनों ने भारत बंद के दौरान कस्बा में शांति मार्च निकाला। किसानों द्वारा निकाले गए शांति मार्च के दौरान पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। इसी बीच रालोद कार्यकर्ताओें ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने जो काले कृषि कानून बनाए हैं, वह किसान हित में नहीं है। उन्हें वापस लिया जाए।

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