नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच छठे दौर की वार्ता भी असफल साबित हुई। किसानों ने सरकार के प्रस्ताव को फिर से ठुकरा दिया है और किसान नेताओं ने फैसला लिया है कि वह आन्दोलन को और तेज करते हुए दिल्ली- यूपी हाई वे और राजस्थान हाईवे ठप करने की तैयारी कर रहे हैं। आपको बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान आन्दोलन को 13 दिन बीत चुके हैं।
- सभी मॉलों का बॉयकॉट करेंगे
- सभी बीजेपी नेताओं का घेराव होग
- 14 तारीख़ को पूरे देश में धरना प्रदर्शन
- 12 तारीख़ को पूरे टोल प्लाज़ा को फ़्री करेंगे
विपक्षी दलों की राष्ट्रपति से मुलाकात
सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में आए विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचे हैं। एनसीपी के अलावा कांग्रेस, माकपा, भकपा, डीएमके और तृणमूल कांग्रेस इस मीटिंग में शामिल हो सकती है। पवार के अलावा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा और डीएमके के टीकेएस एलानगोवन राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
येचुरी ने कहा था कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से विपक्षी दल कल शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि इन नेताओं में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य नेता शामिल होंगे। माकपा महासचिव ने जानकारी दी कि कोविड-19 नियमों के चलते केवल 5 लोगों को ही मुलाकात की अनुमति है।