वृंदावन। मलूक पीठाधीश्वर महंत राजेन्द्र दास महाराज के आश्रम से चार दिन पहले चोरी हुए 30 लाख रुपए से भरे ट्रॉली बैग का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से ये बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में महंत के एक साधुवेशधारी शिष्य और उसके दो साथी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 30 लाख रुपए और चोरी में प्रयोग की गई काले रंग की स्कॉर्पियो बरामद की है।
शनिवार को कोतवाली पुलिस ने चार दिन पहले 8 दिसंबर की शाम को वंशीवट क्षेत्र स्थित महंत राजेन्द्र दास महाराज के मलूक पीठ आश्रम से हुई लाखों की चोरी का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक संत द्वारा चोरी की घटना की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल के दौरान आश्रम के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिसमें एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी यूपी 42 ए एक्स 6748 में दो लोग एक ट्रॉली बैग रखते हुए नजर आए। पुलिस ने जब इस गाड़ी की छानबीन की तो चोरी की घटना का सच सामने आया। पुलिस ने चोरी करने के मामले में गाजीपुर निवासी मंजीत उपाध्याय, बलिया निवासी रत्नेश तिवारी और बरेली निवासी गोविन्द शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
मंजीत उपाध्याय सेना में बिग्रेडियर का पुत्र बताया जा रहा है। जबकि गोविन्द शर्मा महंत राजेन्द्र दास महाराज का शिष्य है। जो कि मलूक पीठ आश्रम में रहता था। इसके पास मंजीत और रत्नेश का आना जाना लगा रहता था। इसी ने गाड़ी में रुपयों से भरे ट्रॉली बैग चोरी की जानकारी अपने इन दो साथियों को दी थी।
कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार ने बताया बैग चोरी करने के बाद आरोपियों ने 30 लाख रुपए गाड़ी में रख लिए और बैग को यमुना किनारे जलाकर सबूत नष्ट करने का प्रयास किया था। तीनों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
चोरी की घटना का खुलासा करने में इंस्पेक्टर क्राइम जगदीश प्रसाद, रंगजी पुलिस चौकी प्रभारी राजवीर सिंह एवं एसओजी प्रभारी धीरज कुमार आदि शामिल हैं।