Sunday, November 24, 2024
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नवीन परियोजना से वृंदावन नाम हटाया जाए, नहीं तो होगा आन्दोलन

वृंदावन। वृंदावन विकास फाउंडेशन ने बुधवार को मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के सदस्य नागेंद्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें राया स्थित एक्सप्रेस वे के समीप नवीन वृंदावन परियोजना में वृंदावन नाम हटाने की मांग की गई है।


फाउंडेशन के अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी एवं महामंत्री आलोक बंसल के साथ सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने संयुक्त रुप से कहा कि आज पूरे विश्व में वृंदावन के प्रति सनातन धर्मावलंबियों की अटूट आस्था है। यहां समस्त देवालय, मंदिर, आश्रम, कुंज, निधिवन आदि में सभी लोग दर्शनार्थी आते तथा भक्त यहीं पर ठहरते हैं और यहीं से सारी वस्तुएं खरीदते हैं जिससे स्थानीय नागरिकों की आजीविका जिस पर निर्भर है।


उन्होंने कहा कि यदि वृंदावन के नाम से ही नया वृंदावन बसा दिया गया तो आने वाला तीर्थयात्री भ्रमित होगा एवं नवीन वृंदावन को ही वृंदावन समझेगा जिसके कारण यहां के स्थानीय लोग जैसे तीर्थ पुरोहित व्यापारी आश्रम देवालय अन्य व्यवसाय में लगे हुए सभी व्यक्तियों की आजीविका प्रभावित होगी। इसलिए एमबीडी के द्वारा पूर्व में जिस प्रकार से चैतन्य विहार रुक्मणि विहार आदि नामों से कॉलोनियां विकसित की गई है उसी प्रकार नई परियोजनाओं का भी नाम रखा जाए जिसके कारण की तीर्थयात्री भ्रमित न हो और वृंदावन का स्वरूप यथास्थित बना रहे।

उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण द्वारा यदि नवीन परियोजना में वृंदावन नाम को नहीं हटाया गया तो वृंदावन विकास फाउंडेशन हर स्तर पर इसका विरोध करेगा। वृंदावन के सभी नागरिक सामाजिक संगठनों सभी मंदिरों के सेवायत तीर्थ पुरोहित संत समाज भागवताचार्य एवं ब्रजवासियों के साथ मिलकर प्रदर्शन करने को बाध्य होगा।

आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री गृहमंत्री गृह सचिव नगर विकास सचिव से मिलकर पुरजोर विरोध करेगा तथा इस प्रकरण में मथुरा की माननीय सांसद हेमा मालिनी एवं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से भी नाम परिवर्तन कराने हेतु आग्रह किया जाएगा।
इस अवसर पर फाउंडेशन की अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी महामंत्री आलोक बंसल उपाध्यक्ष अवनीश यादव जितेंद्र सिंह जुगल किशोर सक्सेना एडवोकेट पुनीश कौशिक रवि कांत शास्त्री राम जी शास्त्री सिद्धार्थ शास्त्री आदि उपस्थित थे

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