वृन्दावन। सुदामा कुटी आश्रम स्थल से श्रीराम बारात की भव्य शोभायात्रा निकली। जिसके दर्शन को ब्रजवासी सड़क के किनारे उमड़ पड़े. बारात में शामिल देवताओं की मनोहारी झांकियां कलियुग में त्रेता युग का नजारा पेश कर रही थी। जिसके साक्षी बनने के लिए देश के कोने-कोने से साधु-संत व श्रद्धालु पहुंचे थे। श्रीराम बारात के इस अद्भुत नजारे की एक झलक पाने को बच्चे, बूढ़े व युवा दोनों तरफ सड़कों के किनारे पलक पांवड़े बिछाए उनकी राह निहार रहे थे। जिनमें महिलाओं की तादाद देखते ही बन रही थी।
श्रीराम की बारात शोभायात्रा का अलौकिक नजारा देखने को मिल रहा था जहां लंबे काफिले में शुभ के प्रतीक श्रीगणेशजी तो थे ही साथ ही इस कारवां में ऋषि-मुनियों के साथ मंत्री व अयोध्या नरेश दशरथ अलग-अलग रथों पर सवार होकर आकर्षण का केन्द्र बन रहे थे। पूज्य संत श्रीनारायणदासजी भक्तमाली मामाजी व उनके गुरू महर्षि खाकी बाबा, पं श्री भक्तमाली जी व संत सुदामा दास जी महाराज के तैल चित्रों की झांकियां इस यात्रा की अगुवाई कर रही थी. उनके पीछे बैंड बाजों के साथ बारातियों की टोली भजन गाते हुए झूमती-नाचती चल रही थी।