मैनपुरी। गांव अलाई में मिली सिर कटी लाश के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार सिर कटी लाश इटावा निवासी महिला की थी। उसका हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका प्रेमी निकला। वह उसे करीब ढाई वर्ष पहले भगाकर लाया था। शराब पीने का विरोध करने पर उसने साड़ी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी। पहचान छिपाने के लिए महिला का गला आरी से काटने के बाद सिर और धड़ अलग-अलग फेंक दिए थे।
थाना करहल क्षेत्र के गांव नगला अलाई में 23 नवंबर को एक कुएं में महिला का सिर कटा शव मिला था। पहचान न होने पर पुलिस ने शव का 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया।
पत्रकार वार्ता में एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक शिवकुमार चौहान को जांच के दौरान ग्रामीणों से पता चला था कि गांव के सोनल उर्फ रणजीत निवास पुत्र स्वामी दयाल के साथ रह रही महिला घर में नहीं है। इस पर पुलिस ने सोनल उर्फ रणजीत को गिरफ्तार किया।
आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सिर कटी लाश की पहचान बताते हुए पुलिस को गांव स्थित रजवाह से महिला का नरमुंड बरामद कराया। एसपी ने बताया कि आरोपी अविवाहित है, उसके घर पर राजमिस्त्री शिवकिशोर निवासी गांव दर्शनपुरा थाना जसवंतनगर (इटावा) का आना जाना था। शिवकुमार की दूसरी पत्नी शिवानी उर्फ पिंकी से आरोपी के प्रेम संबंध हो गए थे। करीब ढाई वर्ष पूर्व दोनों भाग कर गुजरात चले गए थे।
सात-आठ महीना वहां गुजारने के बाद दोनों गांव अलाई आए तो परिवार के लोगों ने विरोध किया। इस पर वह महिला को लेकर नोएडा चला गया। दिवाली पर आरोपी की मां शिवानी को गांव ले आई। कुछ दिन बाद आरोपी भी गांव आ गया। एसपी ने बताया कि सोनल बेहद शराब पीने लगा था, जिसका शिवानी विरोध करती थी। 17 नवंबर को इसी बात को लेकर विवाद हुआ और नशे में धुत सोनल ने शिवानी का साड़ी से गला घोंट दिया।
शिवानी की मौत होने के बाद वह घबरा गया और बोरे में शव को बंद कर खेत में ले गया। वहां आरी से शिवानी का गला काटा और धड़ कुएं में फेंक दिया। पुलिस पहचान न कर सके, इसलिए सिर को रजवाह में फेंक दिया था। एसपी ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर नरमुंड, महिला के कपड़े, हत्या में प्रयुक्त आरी का ब्लेड बरामद कर लिया गया है।