वृंदावन। दक्षिण भारतीय शैली के रंगनाथ मन्दिर में वैकुंठ उत्सव 25 दिसम्बर को मनाया जाएगा। वैकुंठ एकादशी तिथि पर खुलने वाले मंदिर के विशेष वैकुंठ द्वार को प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में खोला जाएगा। जहाँ भगवान रंगनाथ माता गोदा के साथ चांदी की पालकी में विराजमान हो कर द्वार पर पहुंचेंगे। यहां मन्दिर के पुजारी और वेदपाठी ब्राह्मण सस्वर पाठ करेंगे। इसके पश्चात भगवान की सवारी मन्दिर की परिक्रमा कर मण्डप में पहुंचेगी जिसे वैकुंठ धाम माना जाता है वहां भगवान गोदारंगमन्नार विराजकर भक्तों को दर्शन देंगे।
मन्दिर की मुख्य अधिशाषी अधिकारी अनघा श्री निवासन ने बताया कि 25 दिसम्बर को सुबह वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य बैकुंठ द्वार खोला जाएगा। उन्होंने दर्शन करने आने वाले भक्तों से अपील की है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखें और मास्क लगाकर ही मन्दिर में प्रवेश करें। बैंकुण्ठ एकादशी पर भगवान गोदारंगमन्नार के विशेष दर्शन वर्ष में एक दिन भक्तों को होते हैं।