Tuesday, April 22, 2025
Homeन्यूज़न्यूज़स्वप्न में शंकर की मूर्ति दबे होने पर प्रसिद्ध मंदिर की सीढ़ी...

स्वप्न में शंकर की मूर्ति दबे होने पर प्रसिद्ध मंदिर की सीढ़ी का रास्ता खोदा डाला और फिर…

राघव शर्मा की रिपोर्ट
बरसाना।
प्राचीन राधारमण मंदिर की सीढ़ी के नीचे रास्ते मे भगवान शिव की मूर्ति दबे होने के स्वप्न को सत्य मानकर गांव वालों ने रास्ते की खुदाई कर डाली। इस घटना को लेकर क्षेत्र में कौतुहल का विषय बना हुआ है। मौके पर सैकड़ों गांववासियों का हुजूम लग गया। देर शाम मूर्ति न मिलने पर गड्ढे को बंद कर दिया।


ग्रामीणों का अंध विश्वास आज के वैज्ञानिक युग में इस कदम हावी है कि एक महिला के स्वप्न दिखने पर रोड ही खोद डाला। मंगलवार को बरसाना से चार किलोमीटर दूर स्थित संकेत गांव के भर्ती पंडित की लड़की मंजू की शादी 12वर्ष पहले जमुनापार के गांव कल्याणपुर में हो गई।

उसका दावा कि उसको रोजाना स्वप्न में भगवान शिव आकर कहते कि गांव के राधारमण मंदिर की पहली सीढ़ी के नीचे जमीन में दबा हूं। मुझे खुदाई कर निकबाओ।

मंजू उक्त सपने को लोक लज्जा कर कारण दबती रही। अब उसे रोजाना शंकर स्वप्न मर आकर कहने लगे तो वह मंगलवार को अपनी ससुराल से संकेत गांव में मायके आई और सारा वाक्य अपने माता पिता को बताया। पिता भर्ती ने गांव प्रधान जयपाल व ग्रामीण बुद्धा पहलवान,यादराम,राधाकिशन,शंकर, मोहनश्याम,नर्सिपाल निरतो, कन्हैया,किसनु, हेतराम आदि को स्वप्न वाली बात बताई तो ग्रामीणों ने मजदूर लगाकर मंदिर की सीढ़ियों के नीचे रास्ते को खोदना चालू कर दिया।

मंदिर के रास्ते की खुदाई व शंकर जी मूर्ति दबे होने बात गांव में आग की तरह फैल गई और महिला बच्चे पुरुष मंदिर की तरफ दौड़ पड़े देखते ही देखते तमाशबीनों की भीड़ एकत्र हो गई। शाम तक चार से पांच फीट की खुदाई हो जाने के बाद भी कोई मूर्ति नहीं निकली। देर शाम को मूर्ति के नहीं निकलने पर गांव वालों ने खोदे गए गड्ढे को मिट्टी डाल कर बन्द कर दिया। प्रधान जयपाल सिंह ने बताया कि गांव वालों व लड़की के पिता ने स्वप्न में शंकर जी की मूर्ति दबे होने की बात बताई उसके बाद गांव वालों के कहने पर खुदाई कराई गई है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments