नौहझील। ईंट भट्टे पर कार्य करने वाले तीन मजदूरों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। फूड पॉइजनिंग से मौत की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने तीनों मजदूरों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच पड़ताल शुरु कर दी है।
नौहझील क्षेत्र में झारखण्ड के धनवाद निवासी भीमवारी (36वर्ष) इसका सगा भाई राजकुमार (34 वर्ष) और साला किशोर (35 वर्ष) अपने परिवार के साथ श्रीकृष्ण ईंट उद्योग पर मजदूरी करते थे। मंगलवार को तीनों की अचानक तबियत खराब हो गई। बुधवार को वह अपनी झुग्गी से नहीं निकले तो पड़ौसी मजदूर प्रमोद एवं अन्य जब तीनोंं की झौपड़ियों में गए तो पता चला कि इनकी तबियत खराब हो गई है। पड़ौसी मजदूर उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। तो डॉक्टरों ने भीम और उसके भाई राजकुमार को मृत घोषित कर दिया। जबकि किशोर की उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसपी देहात श्रीश्चन्द्र ने र्इंट भट़्टा और मृतकों के पड़ौसियों से भी पूछताछ की है। पुलिस ने तीनों मजदूरों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
परिजनों का दबी जुबान से कहना है कि मंगलवार की रात को तीनों ने खाना खाया और शराब पी थी। उसके बाद मुंह से झाग आने लगे और तबियत बिगड़ती चली गई। बताया जा रहा है कि यह झारखण्ड से दो माह पहले परिवार के साथ तीनों मजदूर नौहझील में ईंट भट़टे पर मजदूरी करने आए थे।
सीएमएस मुकुंद बंसल का कहना है कि तीन मजदूरों को नौहझील से उपचार के लिए लाया गया था। जिसमें दो मृत पाए गए थे। जबकि एक मजदूर की उपचार के दौरान मौत हो गई है। फूड पॉइजनिंग की आशंका जताई जा रह है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
एसपी देहात श्रीश्चन्द्र का कहना है कि ईंट भट्टे पर मजदूरी करने वाले तीनों मजदूर की पिछले तीन दिनों से तबियत खराब थी। तीनों की मौत हो गई है। तीनों के फूड सैंपल लिए गए हैं। पोस्टमॉर्टम भी कराया जा रहा है। जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।