चीन का लाफिंग बुद्धा कानपुर में सस्ता। यह सुनकर हर किसी को हैरानी होगी। लेकिन यह सच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया से प्रेरणा लेकर शहर के मूर्तिकारों ने चीन को मात दे दी है। इन मूर्तिकारों ने चीन के पीवीसी मैटेरियल से बनीं मूर्तियों की तर्ज पर मूर्तियां, खिलौने और गिफ्ट आइटम तैयार कर बाजार में उतारे हैं। खास बात यह है कि इनकी कीमतें चाइना के मुकाबले 40 फीसद तक कम हैं। अन ब्रेकेबल आइटम भी बाजार में उतार दिए हैं।
बर्रा के दामोदर नगर में बसे मूर्तिकारों ने पीवीसी (रबड़) की बनी सस्ती मूर्तियों और गिफ्ट आइटम को बाजार में उतारा है, जिनकी कीमत चाइनीज आइटम से कम है। खास बात यह है कि इन मूर्तियों और गिफ्ट आइटम को आकर्षक बनाने के लिए जिन रंगों का इस्तेमाल हो रहा है। वह सेहत के लिए हानिकारक नहीं हैं।
सोशल मीडिया को बनाया हथियार
मूर्तिकार सोमेश कुमार के मुताबिक मेक इन इंडिया के स्लोगन से उन्हें प्रेरणा मिली। उन्होंने चीन के खिलौने व मूर्तियां बनाने वाली कंपनियों की वेबसाइट के जरिए जानकारी हासिल की। क्या-क्या मैटीरियल इनके खिलौनों में होता है। उसी की तर्ज पर यहां मूर्तियां और खिलौने बनाए। कीमतें कम होने से उनके बनाए गिफ्ट आइटमों की बाजार में खूब मांग है, जिन्हें दुकानदार एक्सपोर्ट क्वालिटी प्रोडक्ट बताकर बेच रहे हैं।
यूपी के बाजारों में बढ़ी मांग
मूर्तिकार सोमेश कुमार के मुताबिक उनके बनाए उत्पादों को यूपी के बड़े दुकानदार शहर आकर भारी मात्रा में खरीदकर ले जाते हैं। जल्द ही वेबसाइट बनाएंगे।
चमत्कारी देवता लाफिंग बुद्धा
लाफिंग बुद्धा चीन के चमत्कारी देवता कहलाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि पू-ताई नाम का यह भिक्षु चीनी राजवंश त्यांग 502-507 काल में मौजूद था। वह घुमंतु तबीयत एवं मस्त मलंग किस्म का था। और जहां जाता था वहां, तोंद और थुल-थुल बदन के प्रताप से समृद्धि एवं खुशियां बांटता था। बच्चे विशेष तौर पर उसकी पसंद थे और वो बच्चों को पसंद करता था। जिस तरह कुबेर को भारत में धन और समृद्धि का देवता माना जाता है वैसे ही चीन में लाफिंग बुद्ध को ऐसा देवता माना जाता है। चीनी फैंगश्यू के अनुसार लाफिंग बुद्धा की मूर्ति सकारात्मक ऊर्जा लाती है।