वर्ष 2020 बहुत ही ज्यादा परेशानियों से घिरा रहा और अब सभी को आने वाले वर्ष 2021 से बहुत सारी उम्मीदें हैं। ऐसे में आप पर अब किसी भी ग्रह या राशि के परिर्वतन होने का कोई असर न हो और किसी भी ग्रह नक्षत्र के बुरे प्रभाव का सामना न करना पड़े। इसके लिए लाल किताब के अनुसार करें 9 ग्रहों के 9 उपाय और आजमाएं खास तीन तरह के अन्य उपाय।
लाल किताब अनुसार ग्रहों के उपाय
- सूर्य- बहते पानी में गुड़, ताम्बा या ताम्बे का सिक्का बहाएं, सूर्य को अघ्र्य दें या भगवान विष्णु की उपासना करें।
- चन्द्र- दूध या पानी भरा बर्तन सिरहाने रख कर सोएं और अगले दिन कीकर की जड़ में सारा जल डाल दें या भगवान शिव की उपासना करें।
- मंगल- सफ़ेद सुरमा आंखों में लगाए, बहते पानी में रेवड़िया, बताशे, शहद व सिंदूर बहाएं या हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- बुध- कन्याओं को हरे वस्त्र और हरी चुड़िया दान करें, दांत साफ रखें या दुर्गा मंदिर में माता को अगरबत्ती लगाकर चुनरी चढ़ाएं।
- गुरु- माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाएं, पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं, चने की दाल दान करें या विष्णु एवं बृहस्पति की पूजा करें।
- शुक्र- ज्वार, चरी, घी, कर्पुर, दही का दान करें, सुगंधित पदार्थो का प्रयोग करें या माता लक्ष्मी एवं कालीका माता की पूजा करें।
- शनि- कीकर की दातुन करें, पेड़ों की जड़ों में तेल डालें या शनि मंदिर में छाया दान करें या भगवान भैरव की उपासना करें।
- राहु- जौ को दूध से धोकर बहते पानी में बहाएं, मूली का दान करें या कोयला बहते पानी में बहाएं, जेब में चांदी की ठोस गोली रखें।
- केतु- काले और सफेद तिल बहते पानी में बहाएं या काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
खास तीन तरह के उपाय
वर्ष 2020 राहु और शनि के स्वामित्व वाला वर्ष रहा है। शनि के मकर राशि में होने से भी बहुतों को संकट का सामना करना पड़ा है। इसकी प्रकार से 2021 में भी शनि और चंद्र की युति विषयोग बना रही है, जो कि वर्ष के मध्य तक रहेगी। ऐसे में यह तो सभी जानते ही हैं कि शनि, राहु और केतु से सिर्फ हनुमानजी ही बचा सकते हैं तो करें मात्र ये तीन उपाय।
1.बजरंग बाण का पाठ : लाल किताब अनुसार अगर व्यक्ति को राहु और केतु सता रहे हैं और उसके काम बन नहीं रहे हैं या उसके ऊपर मौत का साया मंडरा रहा हो तो उस व्यक्ति को मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी का बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए।
2.चोला चढ़ाना : पांच शनिवार को हनुमानजी की मूर्ति को चोला जरूर चढ़ाएं कम से कम 5 बार हनुमानजी को चोला चोला चढ़ाने से आप के सभी तरीके के और बड़े से बड़े संकटों का अंत हो जाएगा। चोला चढ़ाने के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद बनारसी पान का बीड़ा भी अर्पित करें।
3.बरगद के पत्ते पर आटे दिया जलाना : इसके अलावा हर मंगलवार या शनिवार को हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद बड़ के पत्ते पर आटे का दिया जलाकर उसे हनुमानजी के मंदिर में रखने से भी व्यक्ति के बड़े से बड़े दुख दूर हो जाते हैं और मौत जैसा कर्म भी कट जाता है।
इस इस वर्ष जिन्हें भी शनि की ढैया, शनि की साढ़े साती और शनि पीड़ा के साथ ही राहु केतु का डर सता रहा हो तो उपरोक्त उपाय जरूर करें। शर्तीया आपके हर तरह के संकट दूर हो जाएंगे।