लखनऊ। हाथरस कांड के बाद जातीय दंगे भड़काने की साजिश में फंडिंग के आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के रऊफ शरीफ को केरल से उत्तरप्रदेश लाने की तैयारी है। यूपी एसटीएफ ने रऊफ को मथुरा की कोर्ट में पेश करने के लिए केरल की तिरुवनंतपुरम पुलिस को प्रोडक्शन वारंट भेजा है। मथुरा में गिरफ्तार चार पीएफआई सदस्यों से पूछताछ में रऊफ का नाम सामने आया था। गत माह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से रऊफ को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में रऊफ केरल की जेल में है।
बता दें पिछले दिनों पीएफआई के महासचिव रऊफ शरीफ़ को केरल के तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया। वह खाड़ी देश ओमान भागने की फ़िराक में था। इस मामले में अब यूपी पुलिस की तरफ से मथुरा कोर्ट में रऊफ शरीफ़ को पेश करने के लिए प्रोडक्शन वारंट केरल पुलिस को भेजा गया है। हाथरस केस में रऊफ पर जातीय दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप है। मथुरा में गिरफ्तार पीएफआई सदस्यों से पूछताछ में रऊफ का नाम सामने आया था।
मथुरा कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड अर्जी
यूपी पुलिस की तैयारी है कि रऊफ को मथुरा लाकर कोर्ट में पेश किया जाए और उसके बाद उससे पूछताछ के लिए रिमांड की अर्जी दी जाए। बता दें ईडी और यूपी पुलिस ने शरीफ़ के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। पीएफआई को विदेशी फंडिंग की जांच ईडी कर रही है।
5 अक्टूबर को मथुरा में गिरफ्तार हुए थे 4 संदिग्ध
हाथरस की घटना के बाद जातीय हिंसा फैलाने की साज़िश में पीएफआई का नाम आया सामने आया था। पुलिस ने पीएफआई से जुड़े चार युवकों को मथुरा से गिरफ्तार किया था। मथुरा से गिरफ्तार केरल के युवक कप्पन का रऊफ शरीफ़ से कनेक्शन सामने आ रहा है। जिसके बाद यूपी पुलिस को उसकी तलाश थी। मामले में प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि हाथरस कांड के बाद प्रदेश में दंगा भड़काने की साजिश में शामिल चार अभियुक्तों सिद्दीक कप्पन निवासी मलप्पुरम (केरल), अतीकुर्रहमान निवासी मुजफ्फरनगर, आलम निवासी रामपुर और मसूद निवासी बहराइच को 5 अक्टूबर को मथुरा के मांट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था।
इस तरह सामने आया रऊफ का नाम
पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े ये अभियुक्त दिल्ली से हाथरस जा रहे थे। मुकदमे की विवेचना के दौरान पता चला कि पीएफआई से जुड़े अभियुक्तों अतीकुर्रहमान और मसूद को दंगा भड़काने की साजिश में आर्थिक मदद और संसाधन उपलब्ध कराने में केरल निवासी रऊफ शरीफ की भूमिका प्रकाश में आई थी।
एडीजी ने बताया कि ख़ुफ़िया इनपुट के मुताबिक वह विदेश भागने की फ़िराक में था। जिसके बाद मथुरा में दर्ज मुक़दमे ने उसे निरुद्ध कर उसके खिलाफ 18 नवंबर 2020 को लुकआउट नोटिस जारी की गई थी।