मथुरा। दो भाइयों के बीच अटूट प्रेम और दुखद मामला सामने आया है। कोतवाली क्षेत्र के रंगेश्वर मंदिर के समीप अंबाखार गली में बड़े भाई की अर्थी भी नहीं उठ पाई कि छोटे भाई ने उसके सदमे में अपनी जान दे दी। घटना के बाद से मृतक परिवार में एक के बाद एक मौत से कोहराम मच गया है। आपको बता कि 6 जनवरी की शाम बड़े भाई सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
आज के आधुनिक युग में एक भाई का दूसरे भाई के प्रति स्नेह बहुत ही कम देखने को मिला है। लेकिन कोतवाली क्षेत्र के रंगेश्वर स्थित अंबाखार गली में बहुत ही दुखद घटना गुरुवार प्रात: हुई। परिजनों के मुताबिक कल यानि 6 जनवरी की शाम करीब पांच बजे मनोज चौहान (30 वर्ष) पुत्र बनवारी लाल की पुराने बस स्टैंड के समीप सरकारी बस की टक्कर से मौत हो गई थी।
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक मनोज के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। इस घटना के दूसरे दिन 7 जनवरी की सुबह मनोज के शव को पोस्टमॉर्टम ग्रह से घर लाने और अंत्येष्टि के लिए उसकी अर्थी को ले जाने के लिए परिजन मृतक के छोटे भाई सुभाष को जगाने के लिए घर के ऊपर के कमरे में पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद मिला।
मृतक सुभाष
परिजनों द्वारा आवाज लगाने पर भी दरवाजा नहीं खुलने पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ा तो सभी के होश उड़ गए। कमरे में फंदे पर छोटे भाई सुभाष का शव लटका मिला। छोेटे भाई ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा हो गया। मृतक के परिजनों ने बताया कि छोटा भाई सुभाष कल से ही बड़े भाई मनोज की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद तनाव में था। रात्रि करीब 11 बजे वह घर के ऊपर वाले कमरे में चला गया। सुबह जब मनोज के शव को पोस्टमार्टम ग्रह से लाने के लिए सुभाष को जगाने गए तो वह अपने कमरे में मृत मिला।
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया कि सुभाष ने अपने बड़े भाई की मौत के सदमे में आत्महत्या कर ली है। उसका शव घर के ऊपर बने कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला है। मृतक के बड़े भाई मनोज की कल बुधवार शाम करीब पांच बजे सरकारी बस से टक्कर हो गई थी। जिससे उसकी मौत हो गई थी।