Sunday, December 14, 2025
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सड़क सुरक्षा अभियान का पहला दिन: करोडों रुपए की लागत से बनीं सड़क में गड्ढे ही गड्ढे

मनमोहन पारीक
मथुरा।
सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत की और अफसरों को इसे पूरी संजीदगी के साथ चलाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन हमारा मानना है कि सड़क सुरक्षा अभियान सिर्फ वाहनों के कागजों की जांच करने और स्कूलों में बच्चों को यातायात के नियमों के बारे में बताने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। इससे आगे बढकर सभी विभागों का योगदान इस अभियान में होना चाहिए। जो कमी विभागों ने सड़क सुरक्षा को देखते हुए छोड़ी हैं, उन कमियों को नियो न्यूज उजागर करेगा। ताकि सड़क सुरक्षा अभियान के तहत उन कमियों को सुधारा जा सके। इसके लिए नियो न्यूज एक माह तक उन कमियों को लोगों एवं प्रशासनिक अफसरों के सामने रखकर सड़क सुरक्षा अभियान मनाने जा रहा है।

शुक्रवार को सड़क सुरक्षा अभियान की शुरआत के दूसरे दिन मथुरा में हाल ही में जलनिगम द्वारा करोड़ों की लागत से बनाई गई सड़कों की दशा और विभाग के इंजीनियरों की अनदेखी सामने आई है। अमृत योजना के अन्तर्गत श्रीजी बाबा आश्रम के सामने से लेकर मसानी तक जलनिगम द्वारा सीवर लाइन बिछाने के बाद एक माह पूर्व बनाई गई सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन रही है। सड़क के बीच में सीवर के मेनहोल के स्थान पर छह इंच और उससे भी गहरे गडढे कर दिए गए हैं। जिससे वाहनों को जहां नुकसान हो रहा है। वहीं ये गडढे दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन रहे हैं।

काबिलेगौर बात यह है कि श्रीजी बाबा आश्रम के सामने जलनिगम द्वारा गडढों को भरने के लिए पेंच वर्क का कार्य विगत दिनों किया गया। लेकिन पेंच वर्क कार्य मानक के अनुरुप न होने के कारण गिट्टियां सड़क से निकल आई हैं और वह सड़क पर बिखर गई हैं। इतना नहीं फिर से गडढे हो गए हैं। इस कारण वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोगों को वाहनों के स्लिप होने का डर बना रहता है।


काबिलेगौर बात यह है कि विकास काय और सुधार कार्यों में घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने और कार्यों में बड़ी तकनीकि कमी छोड़े जा रही है। लेकिन कार्यदायी संंस्था के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी लगातार अनदेखी कर रहे हैं। परिणाम सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन सनसवीर सिंह का कहना है कि जलनिगम द्वारा सीवर लाइन के लिए जो सड़क तोडी है वही उसे बनाकर देंगे। जो गडढे मेनहोल वाले स्थान पर किए हैं। इसके लिए जलनिगम ही जिम्मेदार है।

जलनिगम के एसडीओ प्रवीन माहेश्वरी का कहना है कि सीवर और सड़क निर्माण का कार्य पूरा हो जाने के बाद जो भी गडढे रह गए हैं। उन्हें भरा जाएगा। जो मेनहोल वाले स्थान पर गडढे हंैं उन मेनहोलों को उठाने का कार्य किया जाएगा।

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