नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान नेताओं और सरकार के बीच आज हुई 11वें दौर की वार्ता भी विफल रही। सरकार की तरफ से साफ संदेश दे दिया गया कि जब तक डेढ़ साल वाले प्रस्ताव पर किसान विचार नहीं करेंगे तब तक बातचीत संभव नहीं है। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं से कहा ‘सरकार आपके सहयोग के लिए आभारी है। कानून में कोई कमी नही है। हमने आपके सम्मान में प्रस्ताव दिया था। इससे बेहतर हम कुछ नहीं कर सकते। अगर आप का विचार बने तो एक बार सोच लीजिए। इसके साथ ही कृषि मंत्री ने कहा कि हम फिर मिलेंगे, लेकिन अभी अगली कोई तारीख तय नहीं की गई है।
10वें दौर वार्ता में सरकार की तरफ से किसान नेताओं को यह प्रस्ताव दिया गया था कि हम डेढ़ साल तक नए कानून को निलंबित रखेंगे। इस पर किसान नेताओं से विचार करने के लिए कहा गया था। लेकिन 11वें राउंड की बैठक से पहले ही किसान नेताओं की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया कि सरकार के इस प्रस्ताव पर कोई विचार नहीं किया जाएगा और कानून वापसी ही एकमात्र आंदोलन रोकने का विकल्प है।
बैठक से निकलते हुए बीकेयू क्रांतिकारी (पंजाब) के राज्य अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि आज 11वें दौर की बैठक खत्म हो गई और अगली बैठक की कोई तारीख सरकार द्वारा तय नहीं की गई है।
शांतिपूर्वक चलता रहेगा आंदोलन
किसान मजदूर संघर्ष समिति से जुड़े एसएस पंधेर ने कहा कि मंत्री ने हमें साढ़े तीन घंटे इंतजार करवाया। यह किसानों का अपमान है। जब वह आए तो उन्होंने हमसे सरकार के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए कहा कि वह बैठकों की प्रक्रिया को समाप्त कर किया जा रहा है। अंत में किसान नेता ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा।
वहीं, बैठक में शामिल किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा कि लंच ब्रेक से पहले किसान नेताओं ने कृषि कानूनों को रद करने की अपनी मांग को दोहराया और सरकार ने कहा कि वे संशोधन के लिए तैयार हैं। मंत्री ने हमें सरकार के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए कहा और हमने उसे हमारा विचार करने के लिए कहा। उसके बाद सरकार के मंत्री बैठक छोड़कर चले गए।
26 जनवरी को निकाली जाएगी ट्रैक्टर रैली: राकेश टिकैत
11वें दौर की बैठक भी बेनतीजा रहने के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने विज्ञान भवन के बाहर कहा कि हमारी योजना के अनुसार 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी।
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की योजना है कि 26 जनवरी को दिल्ली में आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली का आयोजन करेंगे। ट्रैक्टर परेड को लेकर पुलिस और किसानों के बीच हुई गुरुवार को तीसरे राउंड की बैठक भी बेनतीजा रही थी। किसान चाहते हैं कि ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली के अंदर आउटर रिंग रोड पर हो, जबकि पुलिस का कहना है कि आप ट्रैक्टर रैली दिल्ली के अंदर ना करके कहीं बाहर कर ले।