Sunday, November 24, 2024
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राजीव एकेडमी की तीन छात्राओं का बजाज कैपिटल में चयन


छात्र सैद्धान्तिक, व्यावहारिक अध्ययन पर ध्यान दें : डा. रामकिशोर अग्रवाल


मथुरा। राजीव एकेडमी फार टेक्नोलाजी एण्ड मैनेजमेंट के एम.बी.ए. की तीन छात्राओं की प्रतिभा से प्रभावित होकर बजाज कैपिटल कम्पनी के पदाधिकारियों ने उन्हें उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर प्रदान किया है। बजाज कैपिटल में चयनित छात्राओं में एम.बी.ए. फाइनल की गौरी बंसल, कनक खण्डेलवाल तथा ज्योति शर्मा शामिल हैं। इस सफलता पर छात्राओं का कहना है कि शिक्षा पूरी करने से पहले ही जाब मिलना खुशी की बात है।


प्लेसमेंट से पूर्व कम्पनी के एचआर (जोनल मैनेजर) ने विद्यार्थियों को कम्पनी के कामकाज के साथ ही भविष्य की सम्भावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह कम्पनी कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करती है। कम्पनी अपने ग्राहकों को म्यूच्युअल फण्ड, फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स, फिक्स डिपाजिट बाण्ड, इंश्योरेंस पालिसी, स्टाक इन्वेस्टमेंट आप्शन और रियल एस्टेट में सम्पत्ति खरीदने व बेचने में सहायता करती है।

उन्होंने कहा कि बौद्धिक क्षमता रखने वाले छात्र-छात्राओं को कम्पनी में करिअर का नया स्टार्टअप मिल सकता है। बजाज कैपिटल कम्पनी की जानकारी देने के बाद छात्र-छात्राओं की बौद्धिक क्षमता का मूल्यांकन किया गया जिसमें तीन छात्राएं गौरी बंसल, कनक खण्डेलवाल तथा ज्योति शर्मा सभी पड़ाव पार करते हुए जाब हासिल करने में सफल हुईं।

आर.के. एज्यूकेशन हब के चेयरमैन डा. रामकिशोर अग्रवाल ने चयनित छात्राओं को बधाई देते हुए अन्य छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे कालेज में सैद्धान्तिक और व्यावहारिक अध्ययन पूरी सावधानी से करें ताकि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल कर सकें। डा. अग्रवाल ने कहा कि व्यावसायिक अध्ययन करते-करते बड़ी कम्पनी में जाब मिलना सुखद बात है। संस्थान के प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ ही प्रत्येक जाब आफर को स्वीकार करना चाहिए ताकि वह स्वयं को सिद्ध कर सकें। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोई भी जाब आफर उनके करिअर को ऊंची उड़ान दे सकता है।


संस्थान के निदेशक डा. अमर कुमार सक्सेना ने कहा कि मेहनत और सच्ची लगन ही सफलता का मूलमंत्र है। राजीव एकेडमी में कोरोना संक्रमण के बावजूद सैद्धान्तिक और व्यावहारिक अध्ययन पर पूरी तरह से ध्यान दिया जा रहा है। डा. सक्सेना ने कहा कि व्यावसायिक अध्ययन जीवन की कड़ियों को जोड़कर अर्थोपार्जन की दिशा तय करने में सहायक होता है।

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