कासगंज। कासगंज जिले में कानपुर के बिकरु गांव जैसा कांड होते-होते बचा। यहां अवैध शराब के कारोबार को बंद कराने गई पुलिस पर जानलेवा हमला बोल दिया। शराब माफियाओं ने सिपाही की हत्या कर दी और दरोगा को मरणासन्न अवस्था में खेत में पड़ा छोड़ दिया। घटना से पुलिस मेहकमा में हड़कंप मचा है।

मामला कासगंज के थाना सिढ़पुरा क्षेत्र का है। जहां गांव नगला धीमर में बड़े स्तर पर अवैध शराब का कारोबार चलाए जाने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। उसी सूचना के आधार पर पुलिस टीम मंगलवार को गांव में छापा मारने पहुंची थी। लेकिन शराब माफियाओं को इस बात की खबर पहले ही लग चुकी थी। नतीजा ये हुआ कि बदमाशों ने पुलिस को घेर लिया और सब इंस्पेक्टर अशोक और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना लिया।

इससे पहले कि बाकी पुलिस वाले कुछ समझ पाते, बदमाशों ने दरोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र को वहां से गायब कर दिया। बाद में सब इंस्पेक्टर अशोक लहूलुहान हालत में गांव के एक खेत में पड़े मिले। जबकि सिपाही को तलाश किया जा रहा था। इसी बीच घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

इसी दौरान पुलिस को सिढ़पुरा स्वास्थ्य केंद्र के पास सिपाही देवेंद्र की लाश बरामद हुई। दरअसल, बदमाशों ने की सिपाही की बेरहमी से हत्या कर दी। घटना की गंभीरता को समझते हुए भारी पुलिस बल मौके पर बुलाया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। सब इंस्पेक्टर अशोक की हालत गंभीर बनी हुई है। सीएम योगी ने कासगंज की घटना पर सख्त तेवर दिखाते हुए घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही गुनाहगारों पर एनएसए लगाने का फरमान भी सुनाया है। वारदात ने एक बार फिर कानपुर के बिकरू शूटआउट की याद दिला दी। जिसमें गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया था। जिसमें एक सीओ समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।