नई दिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल की बढती कीमतें थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लगातार चौथे दिन आज सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम फिर बढ़ा दिए हैं। शुक्रवार यानि आज पेट्रोल की कीमत में 29 पैसे और डीजल में 38 पैसे प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की गई है। इसके बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की कीमत 100 रुपए से पार हो गई है। यहां 101.45 रुपये प्रति लीटर हो गई है। वहीं साधारण पेट्रोल भी 100 रुपये से महज 1 रुपये 33 पैसे दूर है। अगर दाम ऐसे ही बढ़ते रहे तो 5 दिन के अंदर यहां पेट्रोल 100 रुपये के पार चला जाएगा।
श्रीगंगानगर से 11 रुपये 53 पैसे सस्ता है दिल्ली में पेट्रोल
देश के अन्य शहरों में आज जिस रेट पर पेट्रोल की कीमत हैं, उसकी तुलना राजस्थान के श्रीगंगानगर से करें तो दिल्ली में 11 रुपये 53 पैसे, नोएडा में 11 रुपये 62 पैसे, रांची में 12 रुपये 46 पैसे चंडीगढ़ में 13 रुपये 84 पैसे, लखनऊ में 11 रुपये 68 पैसे, इंदौर में 12 रुपये 51 पैसे और यहां तक की जयपुर में भी साधारण पेट्रोल 4 रुपये 12 पैसे सस्ता बिक रहा है।
बता दें दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 88.14 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 94.64 रुपये प्रति लीटर हो गई। चार दिन दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगभग 1.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। स्थानीय कर और भाड़े के आधार पर विभिन्न राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Thursday, 11 February 2021
सबसे ज्यादा वैट वसूलने में मणिपुर ने राजस्थान को छोड़ा पीछे
देश के राजस्थान राज्य में सरकार ने पेट्रोलियम पदार्थों पर बढती कीमतों से लोगों को राहत देने के लिए कुछ दिन पहले वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) में थोड़ी कटौती की। जिससे अब राजस्थान में पेट्रोल पर वैट घटकर 36% और डीजल पर 26% रह गया है। अब वैट वसूलने के मामले में मणिपुर सबसे आगे हो गया है। यहां पेट्रोल पर 36.50% और डीजल पर 22.50% टैक्स वसूला जा रहा है। इससे पहले सबसे ज्यादा वैट राजस्थान में ही था। बड़े राज्यों में तमिलनाडु में पेट्रोल पर 15% और डीजल पर 11% टैक्स वसूला जाता है, लेकिन यहां वैट के साथ पेट्रोल पर 13.02 रुपए और डीजल पर 9.62 रुपए प्रति लीटर सेस (उपकर) भी वसूला जाता है। ज्यादातर राज्य सेस वसूल रहे हैं। लक्षद्वीप एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां वैट नहीं लिया जाता है।
केंद्र सरकार ऐसे हुई मालामाल
पेट्रोलियम पदार्थों पर एक्साइज ड्यूटी लगाकर केंद्र सरकार ने 2019-20 में 3.34 लाख करोड़ रुपए कमाए। मई 2014 में पहली बार जब मोदी सरकार बनी थी तब 2014-15 में एक्साइज ड्यूटी से 1.72 लाख करोड़ कमाई हुई थी, यानी सिर्फ 5 सालों में ही ये दोगुनी हो गई।